इस तरह से अगर देखा जाए, तो एक स्क्वायर मीटर से एक महीने में औसतन 300 ग्राम का उत्पादन प्राप्त होता है. इस तरह से एक साल में एक स्क्वायर मीटर से औसतन एक किलोग्राम का उत्पादन वह आसानी से प्राप्त कर लेते हैं.

किसान रामकुमार वर्मा ने बताया कि उन्होंने 70 स्क्वायर मीटर में स्पिरुलिना की खेती कर रखी है. इस के जरीए वे सभी तरह की लागत निकाल कर महीने में तकरीबन 30,000 रुपए की खालिस आमदनी प्राप्त कर लेते हैं. अगर इसे बड़े व्यावसायिक लेवल पर किया जाए, तो लाखों रुपए की आमदनी प्राप्त की जा सकती है. वे 70 स्क्वायर मीटर से सूखे रूप में प्रतिदिन 500 से 600 ग्राम का उत्पादन ले रहे हैं.

राम कुमार वर्मा के मुताबिक, अगर स्पिरुलिना की खेती के जरीए महीने में एक लाख रुपए से अधिक की आमदनी प्राप्त करना चाहते हैं, तो एक बीघा खेत में इस की फसल ले कर लाभ अर्जित किया जा सकता है.

उन्होंने आगे बताया कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में इस की कीमत 2,000 रुपया प्रति किलोग्राम तक है. लेकिन स्थानीय बाजार में भी आसानी से 500 से ले कर 600 रुपया प्रति किलोग्राम तक में बिक जाता है.

उन्होंने बताया कि अगर किसान खुद ही इस की प्रोसैसिंग कर इस का कैप्सूल या चूर्ण बना कर बेचे तो लाभ 3 से 4 गुना तक बढ़ जाता है.

उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि आज के दौर में किसानों को अपने उत्पाद की बिक्री के लिए औनलाइन माध्यम सब से अच्छा साधन साबित हो रहे हैं. ऐसे में किसान अमेजन, फ्लिपकार्ट जैसी कंपनियों के जरीए भी अपने उत्पाद बेच सकते हैं.

किसान रामकुमार वर्मा लाइफग्रीन बायोटैक प्राइवेट लिमिटेड नाम से खुद की कंपनी बना स्पिरुलिना की व्यावसायिक खेती करने के साथसाथ उस की प्रोसैसिंग, पैकेजिंग, ब्रांडिंग और मार्केटिंग कर रहे हैं, जिस से उन्हें चार गुना अधिक लाभ प्राप्त हो रहा है.

उन का कहना है कि वह उच्च गुणवत्ता का 100 प्रतिशत शुद्ध व 500 मिलीग्राम क्षमता का शाकाहारी का स्पाइरोलिना कैप्सूल तैयार करते हैं, जिस की बाजार में काफी डिमांड है.

चूंकि यह पोषण का बहुत अच्छा श्रोत है, इसलिए अगर इस का सही से प्रचारप्रसार किया जाए, तो इस की मांग बढ़ेगी और किसान ज्यादा आय प्राप्त कर पाएंगे.

राम कुमार वर्मा द्वारा की जा रही स्पिरुलिना की खेती व मार्केटिंग से जुड़ी जानकारी के लिए किसान उन के मोबाइल फोन नंबर 9413538145 से संपर्क कर सकते हैं.

स्पिरुलिना की व्यावसायिक लेवल पर खेती पर अधिक जानकारी के लिए भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली से भी संपर्क किया जा सकता है.

स्पिरुलिना से जुड़ी ट्रेनिंग का काम मदुरई स्थित स्पिरुलिना न्यूट्रीटैक फाउंडेशन द्वारा भी किया जाता है. यहां से किसान न केवल खेती की ट्रेनिंग ले सकते हैं, बल्कि उस की प्रोसैसिंग, ग्रेडिंग, पैकेजिंग और मार्केटिंग से जुड़ी जानकारी भी प्राप्त कर सकते हैं. इस के लिए स्पिरुलिना न्यूट्रीटैक फाउंडेशन के पते सैकंड फ्लोर, गणेश कौम्प्लैक्स, होटल टेंपल सिटी के सामने 120 फीट रोड, सर्वेयर कालोनी, मटुथवानी रोड, मदुरै – 625 007, फोन नंबर – 91-45245 02176, 80564 44524 से संपर्क किया जा सकता है.

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