भारत में चने की खेती सब से ज्यादा होती है. यह कम पानी की फसल है. पौष्टिक होने के साथसाथ चना खाने में काफी स्वादिष्ठ होता है. चने की दाल व बेसन से खाने की तमाम चीजें तैयार होती हैं.

बेसन से तैयार होने वाली मिठाई बहुत ज्यादा पसंद की जाती है. लड्डू और बरफी ही नहीं कई और तरह की मिठाइयां भी इस से तैयार की जाती हैं. अब बेसन, चीनी के साथ कुछ मेवा मिला कर बेसन मेवा बरफी भी तैयार होने लगी है.

बेसन मेवा बरफी की कीमत ज्यादा होती है जबकि बेसन और चीनी से बनने वाली मिठाइयों की कीमत कम होती है. बेसन का मिठाइयों में सब से ज्यादा इस्तेमाल इसलिए होता है क्योंकि से बनी मिठाइयां ज्यादा दिनों तक चलती हैं.

बेसन और घी से तैयार होने वाली मिठाइयों में सब से ज्यादा स्वाद आता है. पहले बेसन से तैयार मिठाइयों को सस्ती मिठाई माना जाता था, पर अब मेवा मिलने के बाद यह मिठाई भी महंगी हो गई है. यह अब खास मिठाइयों में गिनी जाने लगी है.

अगर शहरी बाजार से दूर हम गांव के इलाकों के बाजार को देखें तो वहां बेसन से बनने वाली मिठाइयां सब से ज्यादा चलन में हैं.

खोया से तैयार होने वाली मिठाइयों में मिलावट का डर बना रहता है. कई बार खोया ही मिलावटी हो जाता है. ऐसे में बेसन से तैयार मिठाई बहुत खालिस होती है. इस में मिलावट और खराब होने वाली चीजें नहीं होती हैं, जिस से यह सेहत के लिहाज से भी अच्छी मानी जाती है.

लड्डू के बाद बेसन की सब से ज्यादा बरफी चलन में है. शहर से ले कर गांव तक यह खूब बनती है. बेसन की बरफी चौकोर, तिकोनी अलगअलग आकार की बनती हैं. अब बेसन की बरफी को अच्छा बनाने के लिए उस में मेवा भी मिलाया जाने लगा है. मेवे वाली बरफी महंगी हो जाती है. बरफी को इस तरह से रखा जाता है कि उन का कुरकुरापन बना रहे इसलिए उन की पैकिंग पर खासा ध्यान दिया जाता है.

आगे की कहानी पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें

डिजिटल

(1 साल)
USD10
सब्सक्राइब करें

डिजिटल + 24 प्रिंट मैगजीन

(1 साल)
USD79
सब्सक्राइब करें
अधिक जानकारी के लिए क्लिक करें...