श्योपुर : खरीफ सीजन-2024 के लिए किसानों द्वारा उर्वरकों का अग्रिम उठाव किया जा रहा है. कृषि विभाग द्वारा किसानों से अपील की गई है कि डीएपी के स्थान पर एनपीके खाद बेहतर विकल्प है. एनपीके 12:32:16 और 16:16:16 उर्वरकों से फसलों में मुख्य पोषक तत्व नत्रजन, फास्फोरस एवं पोटाश तत्व की पूर्ति होती है. इसी प्रकार 20:20:0:13 से नाइट्रोजन, फास्फोरस एवं सल्फर की पूर्ति होती है.

कृषि विभाग द्वारा बताया गया है कि डीएपी से केवल 2 तत्व नत्रजन एवं फास्फोरस ही मिलते हैं, जबकि पोटाश तत्व की पूर्ति नहीं होती है. इस के अलावा सिंगल सुपर फास्फेट, जिस में 16 फीसदी फास्फोरस, 12 फीसदी सल्फर एवं 21 फीसदी कैल्शियम पाया जाता है. इस के उपयोग से फसलों के उत्पादन में वृद्धि होती है. वहीं तिलहन फसलों में सल्फर से तेल की मात्रा बढ़ती है.

जिले में खरीफ सीजन 2024 में मुख्य फसल धान, बाजरा, तिल, उड़द एवं सोयाबीन है. इस के लिए एनपीके उर्वरक का उपयोग किसान करें. ध्यान रखें कि कम से कम 4 इंच वर्षा होने के बाद ही खरीफ फसलों की बोआई करें. बोआई करने से पहले बीजों को फफूंदीनाशक दवा कार्बनडाइजिम 3 ग्राम दवा एक किलोग्राम बीज की दर से बीजोपचार करें, जिस से बीजजनित बीमारियों से बचाव हो सके.

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