आलू की कीमत 400 रुपए प्रति किलोग्राम… यकीन नहीं होता न… लेकिन यह बिलकुल सच है.

जी हां, बाजार में 10-12 रुपए प्रति किलोग्राम के भाव वाले आलू की आप को भी यह आकर्षक कीमत मिल सकती है. कैसे आइए जानते हैं:

उत्पाद : आलू चिप्स. वजन : 50 ग्राम. कीमत : 20 रुपए यानी आलू की कीमत तकरीबन 400 रुपए प्रति किलोग्राम.

आलू के चिप्स बच्चों से ले कर बड़ों तक सभी को पसंद आते हैं. चायकौफी के साथ चटपटा खाने वालों के लिए आलू चिप्स पहली पसंद हैं. वहीं छोटेछोटे बच्चों को भी चिप्स के लिए मचलते हुए देखा जा सकता है.

व्रत और त्योहारी सीजन पर इन की मांग काफी बढ़ जाती है क्योंकि बिना आलू चिप्स के फलाहार तो पूरा ही नहीं माना जाता. इन्हें छोटे पैमाने पर घर में बना कर भी बेचा जा सकता है और बड़े लैवल पर बनाना हो तो मौडर्न तकनीक का इस्तेमाल कर रोजगार के रूप में अपनाया जा सकता है.

घरेलू स्तर पर 4-5 औरतों द्वारा मिल कर आलू चिप्स को बेहतर रोजगार के रूप में अपनाया जा सकता है.

आलू चिप्स का गृह उद्योग से ले कर बड़े पैमाने पर कारोबारी उत्पादन किया जा सकता है. इस कारोबार से जुड़ी कुछ खास जानकारियां यहां साझा की जा रही हैं:

आलू चिप्स बनाने के लिए कच्ची सामग्री : चिप्स यानी साधारण वैफर्स बनाने के लिए आलू के अलावा तेल और नमक की जरूरत होती है. आलू भी 2 तरह के लिए जाते हैं. साधारण और मीठा आलू. इन की कीमत में फर्क होता है, वहीं यह फर्क मुनाफे में भी नजर आता है.

घर पर आलू चिप्स बनाने की विधि : नानीदादी के समय से ही घरों में आलू चिप्स बनाने का चलन रहा है. घर पर आलू चिप्स 2 तरीके से बनाए जाते हैं. पहला, आलू को उबाल कर जो कि परंपरागत तरीका है और दूसरा है बिना उबले आलू से. पहले हम बिना उबले आलू के चिप्स बनाने की विधि के बारे में बात करते हैं.

सब से पहले एक बड़े से बरतन में पानी ले कर उस में फिटकरी घोल लीजिए. अब चिप्स कटर की मदद से बराबर मोटाई के चिप्स काट कर उन्हें पानी में डाल दीजिए. तकरीबन 15 मिनट बाद उन्हें निकाल कर अलग रख दीजिए और फिर साफ पानी से धो कर उन्हें किसी साफ सूती कपड़े पर फैला दीजिए. थोड़ा सा सूखने पर कड़ाही में तेल डाल कर गरम कर के तल लीजिए. ठंडा होने के बाद इन्हें पैक कर लें.

उबले आलू के चिप्स बनाने का तरीका भी तकरीबन यही है. बस, इस में आलू चिप्स को कटिंग के बाद फिटकरी मिले खौलते हुए पानी में डाला जाता है और हलका सा उबलने के बाद चिप्स को पानी से बाहर निकाल कर सूती कपड़े पर फैला कर धूप में सुखा लिया जाता है. अच्छी तरह से सूखे चिप्स को पैक कर के रख लिया जाता है और जरूरत के मुताबिक गरम तेल में तल कर इस्तेमाल किया जाता है.

मशीनरी

यदि एक बार यह कारोबार चल निकले तो इसे बड़ा रूप दिया जा सकता है. इस के लिए आप को 2 मशीनरी की जरूरत होगी. एक चिप्स बनाने के लिए आलू कटिंग करने की और दूसरी चिप्स को पैक करने वाली मशीन की. साथ ही, वजन करने वाली छोटी मशीन की भी जरूरत पड़ेगी.

ये सभी मशीनें लोकल मार्केट के अलावा औनलाइन भी मंगाई जा सकती हैं. इन को इस्तेमाल करने के लिए किसी लंबी ट्रेनिंग की जरूरत नहीं होती क्योंकि आजकल हर मशीन आटोमैटिक होती है. इन मशीनों की लागत 2 से 3 लाख रुपए तक हो सकती है.

गृह उद्योग (Home Industry)

कहां बेचे जाएं

चिप्स बनाने के बाद उन की मार्केटिंग की बात करते हैं. आप इन्हें अपने आसपास के किराने की दुकानों पर बेच सकती हैं. पड़ोसियों और रिश्तेदारों को भी अपना ग्राहक बनाया जा सकता है. मांग निकलने पर बड़ी नमकीन वगैरह की दुकानों से संपर्क किया जा सकता है. त्योहारों पर लगने वाले मेलों वगैरह में भी प्रदर्शन कर प्रचार किया जा सकता है.

इस तरह से 10-12 रुपए प्रति किलोग्राम बिकने वाले आलू के चिप्स बना कर बेहतर कीमत पाई जा सकती है.

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