गाजर का तीखा और चटपटा अचार खाने के स्वाद को दोगुना कर देता है. सर्दियों में बाजार में गाजर खूब मिलती है इसलिए इस मौसम में गाजर का अचार बना कर दालचावल के अलावा पूरीपरांठे के साथ खूब खाया जाता है.
विटामिन ए से भरपूर और सेहत के लिए फायदेमंद गाजर के अचार में सरसों का तेल, अदरक, मिर्च, मेथी दाना डाल कर 3- 4 दिनों में इस का अचार तैयार हो जाता है.
सामग्री
गाजर – 500 ग्राम
सरसों का तेल – तकरीबन आधा कप
अदरक – 50 ग्राम
हरी मिर्च – 6-7
नीबू – 1-2
हलदी पाउडर -1 छोटी चम्मच
लाल मिर्च – स्वादानुसार
हींग – 2-3 चुटकी
अजवायन – 1 छोटी चम्मच
मेथी दाना – 2 छोटी चम्मच
राई या पीली सरसों – 2 छोटी चम्मच
1 छोटी चम्मच कलौंजी
नमक – स्वादानुसार
गाजर अचार बनाने की विधि
कड़ाही को गैस पर रख कर अजवायन और मेथी दाना लगातार चलाते हुए हलका सा भून लीजिए और प्याले में निकाल लीजिए.
मिक्सी जार में भुने हुए साबुत मसालों को डालिए, साथ में राई डाल कर दरदरा पीस लें.
कड़ाही में तेल डाल कर मसाले को फिर से गरम कर लीजिए. इस के बाद इस मसाले को किसी बरतन में निकाल लीजिए.
2-3 चुटकी हींग, कटी गाजर, हरी मिर्च, अदरक, हलदी पाउडर और स्वादानुसार नमक डाल कर गरम तेल में इन को 2-3 मिनट तक पकाइए. इस के बाद गैस बंद कर दीजिए और इस में लाल मिर्च पाउडर और दरदरे मसाले डाल कर अच्छी तरह मिला दीजिए और अचार को 10 मिनट के लिए ढक दीजिए.
अचार के ठंडा होने पर इस में नीबू रस डाल कर मिक्स कर दीजिए और प्याले में निकाल लीजिए.
लीजिए, तैयार हो गया गाजर का अचार. आप चाहें तो इसे अभी खा सकते हैं. लेकिन अचार का असली स्वाद 3-4 दिन बाद आता है जब गाजर में मसाले अच्छी तरह मिक्स हो जाते हैं. अचार को 3-4 दिन तक रोज सूखे चमचे से चला कर ऊपरनीचे करते रहें, ताकि मसाले अचार में मिक्स हो जाएं.
गाजर अचार को किसी कांच के जार में भर दीजिए और महीनेभर तक इस के स्वाद का मजा लेते रहें. अगर ज्यादा दिनों तक गाजर अचार रखना है तब इस में इतना तेल और डाल दीजिए कि गाजर तेल में पूरी तरह डूबी रहें.
सुझाव
सब से पहले गाजर को अच्छी तरह से धो कर एक साफ कपडे़ पर फैला कर 2-3 घंटे के लिए सूखने के लिए रख दीजिए.
पानी सूख जाने के बाद गाजर छीलिए और लंबीलंबी काट लीजिए. हरी मिर्च धोइए, डंठल तोडि़ए और लंबाई में काट लीजिए. इसी तरह से अदरक धोइए, छीलिए और पतलापतला कर के काट लीजिए.
गाजर अचार के जार को धूप में रख दें. 3-4 दिन तक अचार को धूप लगवा लेने से अचार का स्वाद अच्छा होता है और लंबे समय तक महफूज भी रहता है.
ध्यान रहे, आप को जार को दिन में एक बार अच्छी तरह हिलाना है, जिस से तेल गाजर में मिक्स हो जाए.
ध्यान रहे, अचार के जार में कभी भी गीली चम्मच न डालें. इस से अचार खराब हो जाता है.