प्रतापगढ़ : 21 नवंबर, 2024. महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के अंर्तगत कार्यरत अखिल भारतीय समन्वित कृषिरत महिला अनुसंधान परियोजना के तहत प्रोजैक्ट “तकनीकी हस्तक्षेप और उद्यमशीलता विकास के माध्यम से लैंगिक समानता को बढ़ावा देना के अंतर्गत लहसुन एवं मूंगफली के उत्पादों में उद्यमशीलता की संभावनाएं” विषय पर बम्बोरी गांव, थाना छोटी सादड़ी, प्रतापगढ़ की महिलाओं को ट्रेनिंग दी गई.

परियोजना प्रभारी डा. विशाखा सिंह ने महिलाओं को लहसुन एवं मूंगफली से बनने वाले उत्पादों जैसे लहसुन पाउडर, चटनी, फ्लैक्स, अचार, मूंगफली की चिक्की, तेल आदि की बाजार में भारी मांग रहती है. यह कृषि उत्पाद आप के गांव में कच्चे माल के रूप में सस्ते दाम पर उपलब्ध हैं, इसलिए इन उत्पादों के उद्यमशीलता से अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है. यह काम सीखने के लिए आप को प्रशिक्षण के माध्यम से कुशल बनाने के लिए प्रशिक्षित किया जाता रहा है. वैज्ञानिक डा. सुमित्रा मीना ने उत्पादों की पैकिंग, लेबलिंग एवं लागत का लेखाजोखा रखने के संबंध में जागरूक किया.

वैसे भी अनेक तरह के कृषि उत्पादों की प्रोसैसिंग के लिए समयसमय पर ट्रेनिंग होती रहती हैं. अनेक प्रोसैसिंग मशीनें भी उपलब्ध हैं, जो इस काम को आसान बनाते हैं.

प्रशिक्षण आयोजन में सरपंच पुष्पा देवी एव प्रगतिशील किसान मांगीलाल का विशेष संयोग रहा. कार्यक्रम का संचालन दीपाली चंदवानी ने किया.

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