जिन किसानों के पास खेती की कम जमीन है और वे उस पर धान की खेती करना चाहते हैं, उन के लिए धान की बोआई व रोपाई के ये दोनों यंत्र खासा मददगार हो सकते हैं, खासकर महिलाओं को ध्यान में रख कर इन यंत्रों को संस्थान ने बनाया है.

इन यंत्रों में मैनपावर कम लगती है और नतीजा अच्छा मिलता है. कीमत भी मुनासिब रखी गई है.

धान की करें सीधी बिजाई

राइस ड्रम सीडर

यह यंत्र 4 लाइनों में धान की बोआई करता है. इस के लिए खेत तैयार होना चाहिए यानी खेत मथा हुआ होना चाहिए और धान बीजों को बोने से पहले उन्हें अंकुरित करना जरूरी है, जिस से वे जल्दी तैयार हो सकें.

इस यंत्र में तय दूरी पर धान बीज निकलने के लिए छेद बने होते हैं. इस यंत्र में बेलनाकार ड्रम लगे होते हैं. इन खोखले ड्रमों के अंदर धान बीज भर दिया जाता है और बीज बोआई के समय धान के बीज ड्रम के छेदों में से निकल कर तय दूरी पर तैयार खेत में गिरते जाते हैं.

इस यंत्र को चलाने के लिए केवल एक शख्स की जरूरत होती है. दूसरा शख्स केवल मदद के लिए रख सकते हैं.

राइस ट्रांसप्लांटर

इस यंत्र से 4 लाइनों में धान के पौधों की रोपाई की जाती है. धान रोपाई के लिए खेत मथा हुआ तैयार होना चाहिए. इस यंत्र को भी महिला द्वारा आसानी से चलाया जा सकता है. यंत्र की अनुमानित कीमत लगभग 12,000 रुपए है.

कोनोवीडर : धान निराईगुड़ाई यंत्र

धान की खेती को सामान्य तौर पर अधिक पानी की जरूरत होती है, इसलिए अकसर धान के खेत में पानी भरा रहता है. ऐसे में अगर धान के खेत से निराईगुड़ाई करनी हो, तो यह काम बड़ा अटपटा लगेगा और बिना यंत्र की मदद के होगा भी नहीं.

इसी काम को आसानी से करने के लिए यह शंकुकार कोनोवीडर यंत्र बहुत ही काम का है.

इस कोनोवीडर को धान की 2 कतारों के बीच में बड़ी आसानी से चलाया जाता है. यह यंत्र बड़ी सुगमता से अपना काम करता है. इसे इस्तेमाल करने के लिए केवल एक शख्स की आवश्यकता होती है. महिलाओं के लिए यह बड़ा उपयोगी यंत्र है. इस यंत्र की कीमत अनुमानित 2,000 रुपए है.

धान से जुड़े ये सभी यंत्र केंद्रीय कृषि अभियांत्रिकी विभाग, भोपाल द्वारा बनाए गए हैं. अधिक जानकारी के लिए उन के फोन नंबर 0755-2521133/34 पर बात कर सकते हैं या उन की वैबसाइट पर देख सकते हैं.

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