छिंदवाडा : उपसंचालक, कृषि , जितेंद्र कुमार सिंह व सहायक कृषि यंत्री समीर पटेल एवं कृषि विभाग की टीम द्वारा चयनित यंत्रदूत ग्राम सिल्लेवानी, लास एवं आमाझिरी में किसानों के खेत में उन्नत कृषि तकनीक रेज्डबेड एवं ब्राडबेड फरो पध्दति से मक्का, अरहर, मूंगफल्ली एवं सोयाबीन फसल की बोआई के प्रदर्शनों का पिछले दिनों निरीक्षण किया गया. साथ ही, आत्मा परियोजना द्वारा ब्राडबेड फरो पध्दति से सोयाबीन फसल का फार्म स्कूल प्रदर्शन का निरीक्षण किया गया. इन कृषि तकनीकों को अपनाने से अतिवर्षा एवं अल्पवर्षा दोनों ही स्थिति में फसल की बढ़वार अच्छी होती है एवं निदाईगुड़ाई करने में सुविधा होती है. साथ ही, सामान्य पध्दति से फसल बोआई की तुलना में 10-15 फीसदी अधिक आय प्राप्त होती है.
उपसंचालक, कृषि , जितेंद्र कुमार सिंह द्वारा जिले के सभी किसानों से अपील की गई है कि जिले के अधिक से अधिक किसान उन्नत कृषि तकनीक का उपयोग करें, जिस से उत्पादन में वृध्दि हो सके.
इस कृषि तकनीकी के संबंध में तकनीकी मार्गदर्शन के लिए सहायक कृषि यंत्री छिंदवाडा कार्यालय में संपर्क करने पर सभी आवश्यक तकनीकी मार्गदर्शन एवं यंत्र की उपलब्धता कराई जाएगी.
भ्रमण के दौरान सहायक संचालक, कृषि, दीपक चौरासिया, वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी मोहखेड डीएस घाघरे, बीटीएम आत्मा प्रिया कराडे, पंकज पराडकर, कृषि विस्तार अधिकारी भाग्य, डीएल धुर्वे एवं प्रगतिशील किसान संजय पवार एवं ग्राम के किसान उपस्थित थे.