नीमच : जिले के निजी एवं शासकीय सभी कस्टम हायरिंग सैंटरों (सीएचसी) को आधुनिक कृषि यंत्रों, उपकरणों का केंद्र बनाए. नई एआई कृषि तकनीक, ड्रोन तकनीक एवं कृषि संसाधन उपलब्ध कराए, जिस से कि किसान आधुनिक संसाधनों का उपयोग कर खेती को लाभ का धंधा बना सके.
यह निर्देश कलक्टर हिमांशु चंद्रा ने पिछले दिनों कलक्ट्रेट सभा कक्ष नीमच में कृषि उद्यानिकी, पशुपालन, मत्स्य विभाग द्वारा संचालित योजनाओं और नीमच मंडी द्वारा संचालित गतिविधियों की समीक्षा करते हुए दिए.
बैठक में जिला पंचायत सीईओ गुरूप्रसाद, उपसंचालक, कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन, मत्स्य एवं मंडी सचिव नीमच उपस्थित थे. बैठक में कृषि विभाग की समीक्षा के दौरान कलक्टर हिमांशु चंद्रा ने रबी एवं खरीफ में कृषि आच्छादन रकबा, प्रमुख फसल रकबा, उर्वरक की मांग उपलब्धता एवं रबी के लिए उर्वरक का अग्रिम उठाव की जानकारी ली.
उन्होंने निर्देश दिए कि रबी के लिए आगामी 15 दिवस में उर्वरक के अग्रिम उठाव का लक्ष्य पूरा करवाए. जिले में पर्याप्त मात्रा में उर्वरक की उपलब्धता एवं किसानों को वितरण सुनिश्चित किया जाए.
बैठक में कलक्टर हिमांशु चंद्रा ने फसल बीमा योजना की भी विस्तार से समीक्षा की. उन्होंने निर्देश दिए कि कृषि विभाग द्वारा संचालित सभी योजनाओं ने अधिकाधिक किसानों से औनलाइन आवेदन मैदानी अमले के माध्यम से करवाए. साथ ही, मिट्टी परीक्षण के लिए भी लक्ष्य के अनुरूप नमूने ले कर परीक्षण करवाए और स्वाइल हेल्थ कार्ड किसानों को प्रदान करे.
उद्यानिकी विभाग की समीक्षा में कलक्टर ने निर्देश दिए कि उद्यानिकी एवं औषधीय फसलों का रकबा बढ़ाने पर विशेष ध्यान दे. किसानों को प्रेरित कर रकबा बढ़ाए. पीएमएफएमई योजना की लक्ष्य पूर्ति के लिए बैंकों से संपर्क कर प्रकरण स्वीकृत करवाए. पशुपालन विभाग की समीक्षा में कलक्टर ने जिले में स्वीकृत पद, रिक्त पदों की संख्या, औषधालयों की संख्या, गौशालाओं की संख्या, गौशालाओं में पशुओं की क्षमता, पशुपालकों के केसीसी, पशु टीकाकरण एवं उपचार कार्य की विस्तार से जानकारी ली.
कलक्टर हिमांशु चंद्रा ने नीमच मंडी की समीक्षा में मंडी में विक्रय के लिए आने वाली जिंसों, आवक, मंडी शुल्क से प्राप्त राजस्व नवीन मंडी में हुए विकास कार्य एवं प्रस्तावित कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी ली.