Machine : भरपूर मेहनत से उगाई गई फसल के भाव गुणवत्ता में थोड़ी सी गिरावट के चलते जब कम मिलने लगे, तो इब्राहीम अली जैसे मेहनतकश किसान ने अपने किसान साथियों को इस तकलीफ से नजात दिलाने के लिए ग्रेडिंग मशीन तैयार कर डाली.
राजस्थान के सिरोही जिले के काछौली गांव के सौंफ उत्पादक किसान द्वारा तैयार की गई यह मशीन (Machine) अरंडी जैसे बड़े बीजों से ले कर सौंफ जैसे छोटे और महीन बीजों तक की ग्रेडिंग करती है. गेहूं उत्पादक किसान इस मशीन से 1 ही बार में 3 श्रेणियों में गेहूं छांट कर अलग कर सकते हैं.
इब्राहीम अली ने इस मशीन को बहुद्देश्यीय बनाया है. इस मशीन के स्टैंड के नीचे पहिए होने के कारण इसे आसानी से इधरउधर खिसकाया जा सकता है. मशीन को लंबाई में इस तरह सैट किया गया है कि मिश्रित बीजों को 1 ही बार में 3 ग्रेडों में बांटा जा सकता है. ऊपर जहां से बीज डाला जाता है, वहां ‘गीयर गेज’ लगा हुआ है, जिसे जरूरत के हिसाब से एडजस्ट कर के डाले गए माल (जैसे अरंडी, गेहूं, सौंफ) के आकार के मुताबिक गैप छोटाबड़ा कर सकते हैं.
मशीन के साइड में भी हवा की मात्रा बढ़ाने के लिए ढक्कन लगा है. इस की मदद से अंदर किसी तरह से फंसे माल को हटाया या निकाला जा सकता है. मशीन के निचले हिस्से पर घिरनी, मोटर, बिजली या ट्रैक्टर की सहायता से चलने वाला फैनबेल्ट युक्त पंखा लगा होता है, जिसे किसी भी साइज के बीजों की ग्रेडिंग करने के लिए एडजस्ट किया जा सकता है. इसी के नीचे से होते हुए ढालू छलनीदार नाली होती है, जिस में से रेत, मिट्टी वगैरह के कण छनते हुए गिर जाते हैं और भारी व अच्छी गुणवत्ता के बीज सीधे ही बोरियों में भरे जा सकते हैं.
मशीन के दूसरे निचले हिस्से में पंखे की हवा से हलके व निम्न गुणवत्ता के बीज जमा हो जाते हैं, जिन्हें निकासी से बाहर निकाल लिया जाता है.