नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्रिमंडल ने एनबीएस योजना के तहत फास्फेटिक और पोटाश (पीएंडके) उर्वरक पर खरीफ सीजन, 2024 (1.4.2024 से 30.9.2024 तक) के लिए पोषक तत्व आधारित सब्सिडी (एनबीएस) दरें तय करने और 3 नए उर्वरक ग्रेड को शामिल करने के लिए उर्वरक विभाग के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. खरीफ सीजन 2024 के लिए अस्थायी बजटीय आवश्यकता लगभग 24,420 करोड़ रुपए होगी.
यह मिलेगा लाभ: इस मंजूरी के बाद किसानों को रियायती, किफायती और उचित मूल्य पर उर्वरकों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी. साथ ही, उर्वरकों और इनपुट की अंतर्राष्ट्रीय कीमतों में हालिया रुझानों को देखते हुए पीएंडके उर्वरकों पर सब्सिडी को युक्तिसंगत बनाया जाएगा.
इस से एनबीएस में 3 नए ग्रेडों को शामिल करने से संतुलित मृदा स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी और किसानों को मिट्टी की आवश्यकता के अनुसार सूक्ष्म पोषक तत्वों से भरपूर उर्वरक चुनने के विकल्प मिलेंगे.
यह होगी कार्यान्वयन रणनीति और लक्ष्य
किसानों को सस्ती कीमतों पर इन उर्वरकों की सुचारु उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए पीएंडके उर्वरकों पर सब्सिडी खरीफ 2024 के लिए अनुमोदित दरों (1.4.2024 से 30.9.2024 तक लागू) के आधार पर प्रदान की जाएगी.
सरकार उर्वरक उत्पादकों/आयातकों के माध्यम से किसानों को रियायती कीमतों पर 25 ग्रेड के पीएंडके उर्वरक उपलब्ध करा रही है. पीएंडके उर्वरकों पर सब्सिडी 1.4.2010 से एनबीएस योजना द्वारा नियंत्रित है. सरकार ने किसानों को सस्ती कीमतों पर पीएंडके उर्वरकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए उर्वरक और इनपुट यानी यूरिया, डीएपी, एमओपी और सल्फर की अंतर्राष्ट्रीय कीमतों में हालिया रुझानों को देखते हुए, फास्फेटिक और पोटाश (पीएंडके) उर्वरक पर 1.04.2024 से 30.9.2024 तक प्रभावी खरीफ 2024 के लिए एनबीएस दरों को मंजूरी देने का फैसला किया है.
सरकार ने एनबीएस योजना के तहत 3 नए उर्वरक ग्रेड को शामिल करने का भी निर्णय लिया है. उर्वरक कंपनियों को अनुमोदित और अधिसूचित दरों के अनुसार सब्सिडी प्रदान की जाएगी, ताकि किसानों को सस्ती कीमतों पर उर्वरक उपलब्ध कराया जा सके.