उदयपुर : 18 जुलाई,2023. महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय की अकादमिक परिषद की 62वीं वीसी बैठक कुलपति सचिवालय में संपन्न हुई.
कुलपति सचिवालय में आयोजित इस बैठक की अध्यक्षता कुलपति डा. अजीत कुमार कर्नाटक ने की. बैठक में कुलसचिव सुधांशु सिंह, वित्त नियंत्रक विनय भाटी, सभी महाविद्यालयों के अधिष्ठाता, निदेशक अनुसंधान, निदेशक प्रसार शिक्षा, छात्र कल्याण अधिकारी, ओएसडी, डा. विरेंद्र नेपालिया एवं चयनित सदस्य उपस्थित थे.
सब से पहले बैठक के एजेंडे पर प्रकाश डाला. बैठक में निम्न बिंदुओं पर चर्चा हुई और सहमति के पश्चात अनुमोदन किया गया.
– बैठक में विगत 15 दिसंबर को आयोजित अकादमिक परिषद में लिए गए निर्णयों एवं मिनिट्स का अनुमोदन किया गया.
– विश्वविद्यालय के स्ववित्तपोषित बजट हेड में अभियांत्रिकी महाविद्यालय के चयनित विभागों, जिन में डिपार्टमेंट औफ कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रानिक्स एवं कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग, माइनिंग इंजीनियरिंग, इलैक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग एवं सिविल इंजीनियरिंग विभाग आते हैं, में पीएचडी स्कालर को मैरिट के आधार पर लेक्चर आधारित टीचिंग असिस्टेंटशिप का अवसर दिया जाएगा. उन्हें अन्य गेस्ट लेक्चर फैकल्टी के अनुरूप प्रति लेक्चर पारिश्रमिक राशि का भुगतान किया जाएगा.
– अभियांत्रिकी महाविद्यालय में अकादमिक सत्र 2023-24 के लिए एम. टैक एवं पीएचडी की विभिन्न ब्रांच में सीट मैट्रिक्स निर्धारित की गई और सदन द्वारा प्रस्तावित सीट मैट्रिक्स का अनुमोदन किया गया.
इसी प्रकार सभी संकायों में यूजी एवं पीजी और पीएचडी की सीटों के लिए आईसीएआर की संशोधित सीट मैट्रिक्स का अनुमोदन किया गया.
– विश्वविद्यालय में विभिन्न कंसल्टेंसी प्रोजैक्ट के सफल संचालन के लिए एक विस्तृत नियमावली बनाई गई और बैठक में इस नियमावली पर चर्चा के पश्चात इसे विश्वविद्यालय की फाइनेंस कमेटी एवं प्रबंध मंडल के समक्ष अप्रूवल के लिए सदन के पटल पर रखे जाने का प्रस्ताव पारित किया गया.
5. अभियांत्रिकी महाविद्यालय के बोर्ड औफ स्टडीज के प्रस्ताव पर विभिन्न विभागों एवं विषयों में आवश्यकतानुसार संशोधन का अनुमोदन किया गया.
– बैठक में अधिष्ठाता अभियांत्रिकी के प्रस्ताव पर विश्वविद्यालय से सेवानिवृत्त और उदयपुर में रह रहे प्राध्यापकों एवं आचार्यों को पीजी विधार्थियों के अनुसंधान और थीसिस गाइड करने के बिंदु पर सभी अधिष्ठाता और डीन पीजी की एक समिति बना कर प्रस्ताव प्रस्तुत करने की अनुमति प्रदान की गई.
– निदेशक, आवासीय निर्देशन निदेशालय के प्रस्ताव पर विश्वविद्यालय के अनुभवी प्राध्यापकों को एमएससी, एम. टैक एवं पीएचडी अनुसंधान गाइडेंस के लिए अनुमति प्रदान करते हुए अनुमोदन किया गया.
– बैठक में विश्वविद्यालय की विभिन्न संस्थाओं में यूजी एवं पीजी की संशोधित फीस स्ट्रक्चर का अनुमोदन भी किया गया.
– बैठक में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के प्रस्ताव पर परिषद ने अनुमोदन किया कि इग्नू के सहयोग से एमपीयूएटी में रेगुलर लर्निंग सपोर्ट सैंटर की स्थापना की जाएगी. इस विद्यार्थी सहायता केंद्र के माध्यम से सीटीएई, आरसीए, सामुदायिक विज्ञान महाविद्यालय, डेयरी एवं खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालयों में एक पीजी डिप्लोमा, 4 विषयों में डिप्लोमा, 4 विषयों में सर्टिफिकेट कोर्स एवं एक नौन क्रैडिट प्रोग्राम संचालित किया जाएगा. प्रोग्राम को संचालित करने के प्रस्ताव का अनुमोदन किया गया.