बस्ती: उप कृषि निदेशक, बस्ती की अध्यक्षता में ‘किसान दिवस’ बैठक का आयोजन विकास भवन सभागार में किया गया, जिस में जनपद के विभिन्न विभागों के अधिकारियों एवं उन के प्रतिनिधियों के साथ ही प्रगतिशील किसानों ने प्रतिभाग किया.
किसान दिवस बैठक की कार्यवाही शुरू की गई, जिस में पिछले किसान दिवस में आई दिक्कतों के निस्तारण की स्थिति संबंधित अधिकारियों द्वारा किसानों को विस्तार से बताई गई. कृषि विज्ञान केंद्र, बंजरिया के वैज्ञानिक डा. वीबी सिंह ने बताया कि जो किसान नवाचार कर रहे हैं, उन से चर्चा जारी रहनी चाहिए.
डा. वीबी सिंह ने बताया कि जिन किसानों को केवीके से सरसों बीज प्राप्त कर बोआई की थी, उन की फसल बहुत बढ़िया है और उन के पौधे तकरीबन 6-7 फुट के हुए हैं और प्रत्येक पौधे में 7 से 8 कल्ले लग रहे हैं, जिस का उत्पादन 3 क्विंटल प्रति बीघा से अधिक होने की संभावना है.
गेहूं व सरसों में जल विलेय उर्वरक 18ः18ः18 या 19ः19ः19 प्रति एकड़ में 2 किलोग्राम छिड़काव पानी में मिला कर करें और जब गेहूं में रेड़े या दाने आना शुरू हों, तब 0-0-50-0 डालना चाहिए.
वैज्ञानिक डा. वीबी सिंह ने बताया कि गेहूं में सामान्य मिट्टी में कम से कम 3 बार सिंचाई जरूर करनी चाहिए और सरसों में हर 65 दिन पर सिंचाई करने से पैदावार बढ़ती है.
मुंडेरवा चीनी मिल के मुख्य गन्ना प्रबंधक कुलदीप द्विवेदी ने बताया कि अब तक मिल 30.29 लाख की पेराई कर चुकी है. इस वर्ष का 70 फीसदी गन्ना मूल्य भुगतान 61.86 लाख रुपए कर दिया गया है.
उप कृषि विपणन अधिकारी अजय प्रताप सिंह ने बताया कि अब तक 1.29 लाख मीट्रिक टन धान खरीद लक्ष्य के सापेक्ष 70 फीसदी यानी 9,0287.17 मीट्रिक टन की खरीद की जा चुकी है और 98.12 फीसदी भुगतान 19,320.63 लाख रुपया किसानों को भुगतान किया जा चुका है.
महेंद्र कुमार मिश्रा, अधिशाषी अभियंता, विद्युत वितरण खंड 3 ने बताया कि सोलर रूफ टौफ योजना बिजली विभाग एवं उत्तर प्रदेश नेडा से संचालित है, जिस के पास विद्युत कनैक्शन है, वह इस योजना का लाभ ले सकते हैं. प्रति किलोवाट सोलर का तकरीबन 55,000 रुपए पर 18,000 रुपए केंद्र सरकार एवं 15,000 रुपए राज्य सरकार देगी. इस प्रकार प्रति किलोवाट 33,000 रुपए का अनुदान सरकार द्वारा दिया जा रहा है.
जिला कृषि रक्षा अधिकारी रतन शंकर ओझा ने किसानो से अपील की कि रसायनों का कम से कम प्रयोग करें. यदि खेती से संबंधित कोई समस्या आती है, तो कृषि विभाग द्वारा संचालित सहभागी फसल निगरानी या निदान प्रणाली जिसे पीसीएसआरएस भी कहते हैं पर फोन, व्हाट्सएप या मैसेज द्वारा समस्या का समाधान 24 से 48 घंटे की अंदर कर दिया जाता है, जिस का नंबर 9452257111 व 9452247111 है.
जिले के प्रगतिशील किसान अवघेश पांडेय ने बताया कि जंगली जानवर और चूहे आदि से बचाव के लिए किसान निम्न उपाय अपनाएं:
यदि नील गाय, सूअर, जंगली जानवर से छुटकार पाना हो, तो 5 लिटर मट्ठे में आधा किलोग्राम लहसुन पीस कर घोल बना लें और किसी एयरटाइट बरतन में 15 दिन रखने के बाद खेत में छिड़क देने से 15 से 20 दिन तक ये जानवर खेतों में नहीं आते.
वहीं अवघेश पांडेय ने बताया कि यदि चूहे फसल बरबाद कर रहे हैं, तो सुर्ती, बेसन एवं घी को आटे में मिला कर गोली बना लें और खेतों रख देने से जो भी चूहा इसे खाएगा, वह भाग जाएगा.
यदि किसान पोटाश बनाना चाहते हैं, तो 3 किलोग्राम पके बेल में 1 किलोग्राम गुड़ को 90 दिन तक एयरटाइट डब्बे में बंद करके रख दें. उस के बाद पोटाश तैयार हो जाएगा, जिस का प्रयोग कम लागत में किया जा सकता है.
अंत में उप कृषि निदेशक द्वारा उपस्थित सदस्यों व किसानों को ‘किसान दिवस’ में प्रतिभाग करने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया और ‘किसान दिवस’ के समापन की घोषणा की गई.