कृषि एवं किसान कल्याण विभाग (डीएएंडएफडब्ल्यू) ने वाधवानी इंस्टीट्यूट फौर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (वाधवानी एआई) के सहयोग से कृषि 24/7 प्लेटफार्म को विकसित किया है, जो कृषि सूचना निगरानी एवं विश्लेषण के लिए Google.org की सहायता से चलने वाला स्वचालित पहला कृत्रिम बुद्धिमता-संचालित समाधान है. कृषि 24/7 प्लेटफार्म, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग को प्रासंगिक सूचनाओं की पहचान करने, समय पर सावधान करने और किसानों के हितों की रक्षा के उद्देश्य से त्वरित कार्रवाई करने और बेहतर निर्णय लेने के माध्यम से स्थायी कृषि विकास को बढ़ावा देने में सहायता पहुंचाएगा.
कृषि 24/7 का कार्यान्वयन सही समय पर उचित निर्णय लेने में सहायता के उद्देश्य से कृषि संबंधित रुचि के कृषि समाचार, लेखों की पहचान और प्रबंधन करने के लिए एक कुशल तंत्र की आवश्यकता को पूरा करता है.
यह प्लेटफार्म कई भाषाओं में समाचार, लेखों को स्कैन करता है और उन का इंगलिश में अनुवाद करता है. कृषि 24/7 समाचार व लेखों से आवश्यक जानकारी को ढूंढ़ कर निकालता है. इन में शीर्षक, फसल का नाम, कार्यक्रम का प्रकार, तिथि, स्थान, गंभीरता, सारांश और स्रोत का आधार शामिल होता है.
कृषि 24/7 यह सुनिश्चित करता है कि कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय को वैब पर प्रकाशित होने वाली प्रासंगिक घटनाओं की समय पर जानकारी प्राप्त हो जाए.
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के सचिव मनोज आहूजा ने इस पहल की शुरुआत करते हुए कहा कि सूचना निगरानी की यह प्रणाली न केवल हमें जानकारी प्रदान करती रहेगी, बल्कि हमें अपना विचार तय करने के लिए सशक्त माध्यम देगी.
उन्होंने निरंतर सुधार की बात भी की और अपना सुझाव देते हुए कहा कि जैसेजैसे हम आगे बढ़ेंगे, वैसेवैसे इस प्रणाली को विस्तार देने के लिए तैयार रहेंगे.
मनोज आहूजा ने कहा कि जिस तरह से दुनिया विकसित होती जा रही है, उसी तरह से हमारे उपकरण एवं माध्यम भी विकसित होने चाहिए.
सचिव मनोज आहूजा ने कहा कि आइए, हम यह सुनिश्चित करने के लिए मिल कर काम करें कि यह निगरानी प्रणाली एक गतिशील उपकरण बन जाए, जो सूचना के बदलते परिदृश्य के अनुकूल हो और हमारे किसानों को बेहतर सेवाएं देने के हमारे मिशन में एक मूल्यवान संपदा के तौर पर उपलब्ध हो.
संयुक्त सचिव (प्रसारण) सैमुअल प्रवीण कुमार ने सूचनाओं के इस घटक के कार्यों के बारे में संक्षेप में बताया, जिस का उद्देश्य कृषि इकोसिस्टम पर औनलाइन प्रकाशित समाचार, लेखों की लगभग वास्तविक समय की निगरानी प्रदान करना है, जो कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के हित की खबरों की पहचान करने और सूचनाओं का चुनाव करने, चेतावनी जारी करने और समय पर कार्रवाई करने के लिए एक विस्तृत तंत्र तैयार करने में सहायता करेगा.
वाधवानी इंस्टीट्यूट फौर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के संयुक्त निदेशक (एजी) जेपी त्रिपाठी ने कहा कि हम मौजूदा चुनौतियों के लिए कृत्रिम बुद्धिमता से संचालित होने वाला तंत्र बनाना चाहते हैं, जहां सूचनाओं की निगरानी और सत्यापन हस्तचालित व समय लेने वाला रहा है.
उन्होंने बताया कि उन के संस्थान द्वारा बीमारी के प्रकोप के लिए एकसमान घटनाओं को परखने वाले और विश्लेषण संबंधी प्लेटफार्म को राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) के साथ सफलतापूर्वक संचालित किया गया है.
जेपी त्रिपाठी ने यह भी कहा कि हम कृषि एवं किसान कल्याण विभाग और केंद्र सरकार के नियंत्रण वाले अन्य निकायों के साथ सहयोग कर के, उन्हें प्रभावी उपकरणों से लैस करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जो उन्नत डेटा संचालित निर्णयों के माध्यम से सूचना प्रवाह को बेहतर बना देते हैं.