दमोह: जिले में बीज एवं खाद की कालाबाजारी रोकने के लिए जिला स्तरीय एवं विकासखंड स्तरीय उड़नदस्ता दल का गठन किया गया है. कलक्टर कोचर खरीफ वर्ष 2024 में खादबीज व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे.
कलक्टर कोचर ने कहा कि उर्वरक वितरण के दौरान केंद्रों पर जरूरी प्रसाशनिक व्यवस्था सुनिश्चित की जाए. डबल लाक केंद्रों, सहकारी समितियों एवं निजी प्रतिष्ठानों में जरूरत पड़ने पर पर्याप्त पुलिस बल का सहयोग लिया जाए.
उन्होंने कहा कि एनपीके उर्वरक का सोशल मीडिया के माध्यम से व्यापक प्रचारप्रसार किया जाए और सार्वजनिक स्थल जैसे कृषि उपज मंडी, तहसील कार्यालय, डबल लाक केंद्र एवं कृषि कार्यालयों में 20 जून तक बैनर्स लगा कर किसानों को जागरूक करने के निर्देश दिए.
उन्होंने कहा कि किसानों को डीएपी उर्वरक के स्थान पर एनपीके उर्वरक के उपयोग के लिए जागरूकता शिविर 20 जून से 15 जुलाई तक आयोजित करने के साथ कृषक संगोष्ठी करने के निर्देश दिए.
डबल लाक केंद्र से सिंगल लाक केंद्र में लक्ष्यानुसार यूरिया 4091 मीट्रिक टन, डीएपी 4055 मीट्रिक टन, काम्प्लेक्स 446 मीट्रिक टन, पोटाश 42 मीट्रिक टन और एनपीके पर्याप्त मात्रा में भंडारण करा लिया जाए.
उन्होंने कहा कि डीएपी उर्वरक के स्थान पर नैनो डीएपी, यूरिया, एनपीके, काम्प्लेक्स उर्वरकों का भंडारण, वितरण कराने के निर्देश दिए गए.
कलक्टर कोचर ने कहा कि डबल लाक केंद्रों, सहकारी समितियों एवं निजी प्रतिष्ठानों में किसानों को ‘पहले आओ पहले पाओ’ के आधार पर कतार एवं टोकन वितरित कर उर्वरक वितरण कराया जाए.
बैठक के दौरान जिले में उर्वरक का वितरण पीओएस मशीन के जरीए कराने और खराब पीओएस मशीनों को तत्काल सुधरवाने के निर्देश दिए.
उन्होंने कहा कि पीओएस मशीन में दर्शित उर्वरकों की मात्रा और वास्तविक उर्वरक भंडारण मात्रा का मिलान एवं कालाबाजारी रोकने के लिए 20 जून से 20 अगस्त तक नियमित रूप से प्रतिष्ठानों का भ्रमण कर सघन अभियान चलाने के लिए निर्देशित किया गया.