हिसार: चैधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में आज भूतपूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय चैधरी चरण सिंह की 121वीं जयंती मनाई गई. इस अवसर पर विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में कुलपति प्रो. बीआर कंबोज मुख्य अतिथि थे. उन्होंने विश्वविद्यालय परिसर में स्थापित चैधरी चरण सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी.
कुलपति प्रो. बीआर कंबोज ने कहा कि चैधरी चरण सिंह किसान व कमेरा तबके के सच्चे हितैषी थे. स्वयं एक किसान व ग्रामीण परिवेश से होने के चलते वे किसानों की समस्याओं को अच्छी तरह से समझते थे. वे मानते थे कि देश के विकास का रास्ता खेतखलिहानों से हो कर गुजरता है, इसलिए उन्होंने ताउम्र किसानों और गरीबों के उत्थान के लिए संघर्ष किया.
प्रो. बीआर कंबोज ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री चैधरी चरण सिंह ने देश में किसानों के जीवन और स्थितियों को बेहतर बनाने के लिए कई नीतियां बनाईं. उन्होंने विभिन्न राजनीतिक पदों पर रहते हुए देश में जमींदारी प्रथा समाप्त कराना, भूमि सुधार अधिनियम लागू कराना, ऋण निमोचन विधेयक पारित कराना और केंद्र में ग्रामीण पुनरुत्थान मंत्रालय स्थापित करना जैसे अनेक महत्वपूर्ण काम किए. किसानों के लिए उन के अतुलनीय योगदान के दृष्टिगत वर्ष 2001 से 2023 दिसंबर को उन की जयंती को राष्ट्रीय किसान दिवस के रूप में मनाया जाने लगा है.
उन्होंने कहा कि हमें गर्व है कि इस विश्वविद्यालय का नाम इस महान नेता के साथ जुड़ा हुआ है. हम आज उन की जयंती को किसान दिवस के रूप में मना रहे है. हमारा प्रयास है कि प्रदेश व देश के प्रत्येक किसान को इस विश्वविद्यालय में विकसित कृषि तकनीकों का लाभ पहुंचे. उन्होंने विश्वविद्यालय के शिक्षकों, वैज्ञानिकों व विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे किसानों की समृद्धि व कल्याण के लिए सदैव प्रयत्नशील रहें.
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के विभिन्न कालेजों के अधिष्ठाताओं, निदेशकों व अन्य अधिकारियों सहित वैज्ञानिकों, कर्मचारियों व विद्यार्थियों और हौटा एवं हौंटिया के पदाधिकारियों ने भी पूर्व प्रधानमंत्री चरण सिंह की प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित किए.