भारतनेपाल सीमा से सटे उत्तर प्रदेश के आकांक्षी जिले यानी बहुत ही पिछड़े जनपद सिद्धार्थ नगर में खेतीबारी, बागबानी सहित खेती से जुड़े दूसरे कामों में विशेष उपलब्धियों वाले किसानों के उत्साहवर्धन के लिए राज्य स्तरीय फार्म एन फूड अवार्ड का आयोजन 26 अगस्त, 2023 को सिद्धार्थ नगर जिला मुख्यालय पर स्थित विकास भवन के डा. अंबेडकर सभागार में किया गया. इस अवार्ड के लिए चयन समिति ने ऐसे किसानों का चयन किया, जिन किसानों ने खेती, बागबानी, मत्स्यपालन, मधुमक्खीपालन, डेरी, मशरूम, बकरीपालन इत्यादि के जरीए अपनी और अपने परिवार के साथ अन्य लोगों की आय में इजाफा करने में कामयाबी पाई है. उन का चयन विभिन्न मापदंडों के आधार पर पूरी पारदर्शिता के साथ किया गया, जिस से इन किसानों को राष्ट्रीय स्तर पर मिलने वाले विभिन्न पुरस्कारों के लिए प्रोत्साहित किया जा सके.
इस आयोजन के मुख्य अतिथि सिद्धार्थ नगर जिले के मुख्य विकास अधिकारी जयेंद्र कुमार (आईएएस) रहे, जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में उपनिदेशक, कृषि, जिला उद्यान अधिकारी सहित कई विभागों के अधिकारी मौजूद रहे.
अतिथि बोले
इस मौके पर जयेंद्र कुमार ने कहा कि देश की आमदनी का बड़ा हिस्सा अन्नदाता किसानों की कड़ी मेहनत से आता है. ऐसे में अगर किसान उन्नत तकनीकी जानकारी, खेती में मशीनों और यंत्रों का प्रयोग करते हुए उच्च उत्पादकता वाली किस्मों का प्रयोग करें, तो किसानों की आमदनी के साथसाथ देश की आय में भी इजाफा किया जा सकता है.
उपनिदेशक कृषि ने कहा कि किसानों की आय बढ़ाने के लिए कृषि महकमे से तमाम योजनाएं क्रियान्वित हैं, जिस का लाभ किसान लेबीकर अपनी आय में इजाफा कर सकते हैं.
उन्होंने किसानों को यह भी बताया कि इस के लिए विभाग में पारदर्शी चयन प्रक्रिया अपनाई जाती है. ऐसे में जो किसान औनलाइन टोकन जनरेट करने में कामयाब रहते हैं, उन्हें योजनाओं का लाभ सीधे दिया जाता है.
उद्यान अधिकारी ने बताया कि बागबानों और किसानों के लिए सब्जी की खेती, बागबानी सहित पौलीहाउस जैसी आय बढ़ाने वाली तकनीकियों पर सरकारी अनुदान उपलब्ध है. इच्छुक किसान विभाग से संपर्क कर योजना का लाभ ले सकते हैं.
‘फार्म एन फूड’ पत्रिका की सराहना
मुख्य विकास अधिकारी जयेंद्र कुमार किसानों की प्रिय पत्रिका ‘फार्म एन फूड’ की सराहना करते हुए कहा कि उन्हें ‘फार्म एन फूड’ पीडीएफ में पढ़ने को मिली थी, लेकिन पहली बार प्रिंट पत्रिका को पढ़ने का मौका मिला है.
उन्होंने आगे कहा कि इस पत्रिका के लेख किसानों के लिए मार्गदर्शक की भूमिका निभा सकते हैं.
आयोजन में ये भी रहे मुख्य सहयोगी
दिल्ली प्रैस की पत्रिका ‘फार्म एन फूड’ द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय एग्री अवार्ड में आयोजन सहयोगी के रूप में सिद्धार्थ नगर जिले के काला नमक धान की खेती करने वाले किसानों को उत्पाद की मार्केटिंग और निर्यात में सहयोगी एफपीओ कपिलवस्तु फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड ने आयोजन को सफल बनाने में कोई कोरकसर नहीं छोड़ी. इस एफपीओ के निदेशक मंडल से जुड़े श्रीधर पांडेय ने आयोजन के लिए सभी जरूरी संसाधनों को मुहैया कराने से ले कर आयोजन को सफल बनाने में अपनी प्रमुख भूमिका निभाई.
ये हैं प्रायोजक
आटा, मैदा, चोकर सहित तमाम तरह के प्रोडक्ट बनाने वाली अग्रणी कंपनी माधव गोविंद फूड्स प्राइवेट लि., सिद्धार्थ नगर ने इस कार्यक्रम के प्रायोजक के रूप में उच्च स्तरीय संसाधन मुहैया कराया.
इस कंपनी के निदेशक अनूप छापड़िया ने इस मौके पर कंपनी के उत्पादों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि उन की कंपनी उपभोक्ताओं को गुणवत्तायुक्त विश्व स्तरीय उत्पाद मुहैया कराने के लिए संकल्पबद्ध है.
उन्होंने आगे कहा कि चूंकि उन की कंपनी के उत्पाद किसानों द्वारा उगाए गए खाद्यान्न से तैयार किए जाते हैं. ऐसे में देश के अन्नदाता किसानों के लिए आयोजित इस सम्मान समारोह में प्रायोजक की भूमिका निभा कर कंपनी गर्व महसूस करती है.
किसानों ने साझा किए अपने अनुभव
‘फार्म एन फूड एग्री अवार्ड’ से पुरस्कृत होने वाले किसानों ने अपनी सफलता से जुड़े अनुभव भी दूसरे किसानों से शेयर किए. नेशनल अवार्डी किसान राम मूर्ति मिश्र ने किसानों को बताया कि पहले उन्हें अपने कृषि उत्पाद थोड़ाथोड़ा औनेपौने दाम पर बिचौलियों के हाथों बेचना पड़ता था, लेकिन उन्होंने 356 किसानों के साथ मिल कर सिद्धार्थ फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड नाम से किसानों की एक कंपनी बनाई. इस के बाद इस एफपीओ से जुड़े किसान अपने कृषि उत्पाद एक जगह कंपनी को इकठ्ठा बेचते हैं, जिस से उन की आमदनी में काफी इजाफा हुआ है.
उन्होंने आगे बताया कि एफपीओ बनाने से उन की आमदनी तो बढ़ी ही, उन के साथसाथ दूसरे किसानों की आदमनी में भी इजाफा हुआ है.
सब्जी उत्पादक किसान अहमद अली ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि उन के पास खुद की जमीन नहीं है, फिर भी वे बीते 20 सालों से किराए की जमीन में लगभग 20 एकड़ केला, टमाटर, लौकी, नेनुआ जैसी फसलें उगा कर हर साल लाखों रुपए की आमदनी कर रहे हैं.
इन्हें मिला सम्मान
राज्य स्तरीय फार्म एन फ़ूड अवार्ड 2023 के तहत कपिलवस्तु फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड के निदेशक, राणा प्रताप सिंह और आनंद प्रकाश पाठक को कृषि बागबानी व काला नमक धान की खेती के साथ उत्पादों की बिक्री में बेहतर मूल्य प्रोत्साहन के लिए, अखंड प्रताप सिंह को आम की बागबानी के लिए, राम बरन चौधरी को काला नमक चावल उत्पादन के लिए, सुशीला मिश्रा को कृषि में महिलाओं की भागीदारी के लिए, महीबुल्लाह खान को काला नमक चावल उत्पादन के लिए मुख्य अतिथि के हाथों पुरस्कृत किया गया.
उत्कृष्ट कृषि पत्रकारिता और लेखन के लिए इंद्रमणि पांडेय, हरिप्रसाद पाठक, विजय श्रीवास्तव, सलमान आमिर, देवेंद्र श्रीवास्तव, एमपी गोस्वामी, सत्यप्रकाश गुप्ता, जीतेंद्र पांडेय, अभिमन्यु चौधरी, राजेश चंद्र शर्मा, अरविंद कुमार मिश्रा, मनोज भगवान को सम्मानित किया गया, जबकि टैक्निकल सपोर्ट यूनिट अरविंद कुमार मिश्रा, कौमन फेसेलिटी सैंटर से अभिषेक सिंह, प्रगतिशील किसान अनिल चौधरी व मो. मुस्लिम को भी सम्मानित किया गया. कृषि महकमे की तरफ से प्राविधिक सहायक अरुण कुमार व मोहर सिंह को सम्मानित किया गया, जबकि उच्च उत्पादकता के लिए प्रगतिशील किसान राम लौट त्रिपाठी और जय प्रकाश सिंह को सम्मानित किया गया.
इस के साथ ही कृषि विज्ञान केंद्र, सिद्धार्थ नगर से कृषि प्रोत्साहन और किसानों की आय बढ़ाने में प्रमुख भूमिका निभाने वाले वैज्ञानिकों का चयन भी पुरस्कार के लिए किया गया था, जिस में कृषि विज्ञान केंद्र, सोहना सिद्धार्थ नगर, वरिष्ठ वैज्ञानिक व अध्यक्ष डा. ओमप्रकाश, फसल सुरक्षा वैज्ञानिक
प्रदीप कुमार, वैज्ञानिक कृषि प्रसार डा. शेष नारायण सिंह को सम्मानित किया गया. इस के अलावा कृषि विज्ञान केंद्र की तरफ से नामित किसान जटाशंकर पांडेय को एकीकृत कृषि प्रणाली और विक्रम को जैविक खेती के लिए सम्मानित किया गया.
उद्यान और बागबानी क्षेत्र से प्रभुनाथ राम, राकेश वर्मा और राधेश्याम मौर्या को पुरस्कृत किया गया, वहीं पशुपालन और डेरी के क्षेत्र से पशु चिकित्साधिकारी सिद्धार्थ नगर डा. प्रदीप कुमार, पशुधन प्रसार अधिकारी अरुण कुमार प्रजापति और पशुपालक इंद्रजीत व हरिलाल को सम्मानित किया गया.
मत्स्य क्षेत्र से मत्स्य विभाग से शिव प्रकाश मिश्र व कुलदीप सक्सेना के साथ मत्स्यपालक बिरजू साहनी व राजेश कुमार साहनी को सम्मानित किया गया. सब्जी उत्पादन के क्षेत्र में अभिलाष चतुर्वेदी के साथ ही विनोद प्रजापति, उमेश श्रीवास्तव, सिद्धार्थ गौतम, व अर्जुन पासवान के साथ ही गौतम बुद्ध जागृति समिति की तरफ से कृषि क्षेत्र में आपदा जोखिम न्यूनीकरण के लिए खरीदन प्रसाद व सुनील कुमार गौतम को सम्मानित किया गया.
इस के अलावा काला नमक धान पर शोध कर रहे कृषि शोध छात्र छितिज पांडेय को भी सम्मानित किया गया.
किसान श्रीधर पांडेय ने की पहल तो बढ़ गई आमदनी
सिद्धार्थ नगर जिले के उस्का बाजार के रहने वाले श्रीधर पांडेय पिछले 30 सालों से खेती में अभिनव प्रयोग करते आ रहे हैं. इसी का परिणाम है कि उन्होंने बीते 30 सालों में खेती से होने वाली आमदनी को चार गुना तक बढ़ाने में सफलता पाई है. वे खेती से न केवल अपनी आय बढ़ाने में कामयाब रहे हैं, बल्कि उन्होंने अपने जैसे लगभग 3,000 परिवारों की आय में भी इजाफा करने में सफलता पाई.
किसान श्रीधर पांडेय ने बताया कि सिद्धार्थ नगर जिला नेपाल सीमा से सटा हुआ है. ऐसे में नेपाल से छोड़े जाने वाले नदियों के पानी से पूरा जिला बाढ़ की चपेट में आ जाता है. इस दशा में किसानों की न केवल फसल नष्ट हो जाती थी, बल्कि बाढ़ के समय हजारों परिवार बेघर हो जाते थे. ऐसे में फसल को बाढ़ से बचाने के लिए आपदा जोखिम न्यूनीकरण पर काम करना शुरू किया. ऐसे हालात को देखते हुए मैं ने एक संस्था ‘गौतम बुद्ध जागृति समिति’ नाम से बनाई और किसानों को आपदा जोखिम न्यूनीकरण के मसले पर ट्रेनिंग देने के लिए सहयोग मांगना शुरू किया. मेरे प्रयासों को देखते हुए कई एजेंसियां आगे आईं और उन्होंने किसानों के मुद्दे पर सहयोग किया.
बाढ़ रोधी फसलों के अपनाने से नुकसान में आई कमी
श्रीधर पांडेय की संस्था ‘गौतम बुद्ध जागृति समिति’ ने सिद्धार्थ नगर जिले के हजारों किसानों को बाढ़ के दौरान फसल सुरक्षा उपायों पर सजग किया है, जिस से हर साल बाढ़ से होने वाले नुकसान में काफी कमी आई है. अब किसान ऐसी किस्मों का प्रयोग करते हैं, जो लंबे समय तक बाढ़ के पानी में डूबे रहने के बावजूद भी बाढ़ को सहन कर लेती हैं, जिस से फसल नष्ट नहीं होती है.
काला नमक धान की खेती को ले कर पहल
श्रीधर पांडेय ने बताया कि सिद्धार्थ नगर जिले का काला नमक धान अपनी खुशबू और खूबी के चलते पूरी दुनिया में पहचान रखता है. ऐसे में काला नमक धान की खेती करने वाले किसानों से बिचौलिए औनेपौने दाम पर चावल खरीद कर विदेशों में भारी दाम पर निर्यात कर रहे थे.
उन्होंने काला नमक धान की खेती करने वाले किसानों को वाजिब मूल्य दिलाने के लिए ‘कपिलवस्तु फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड’ नाम से एफपीओ बनाया और किसानों को काला नमक धान की प्रोसैसिंग और पैकेजिंग पर ट्रेनिंग दे कर उन्हें कुशल बना दिया. उन की इस पहल का परिणाम रहा कि काला नमक धान की खेती करने वाले किसान जिन का चावल महज 60 से 70 रुपए प्रति किलोग्राम बिकता था, वही चावल अब ‘कपिलवस्तु फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड’ के जरीए 150 से 200 रुपए प्रति किलोग्राम तक बिक रहा है.
उन्होंने किसानों द्वारा उगाए जाने वाले जीआई टैग प्राप्त चावल को अब ई-कौमर्स प्लेटफार्म पर भी बेचना शुरू कर दिया है, जिस से किसानों का मुनाफा और भी बढ़ गया है.
मोटे अनाज की खेती और प्रोसैसिंग
श्रीधर पांडेय की कंपनी ‘कपिलवस्तु फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड’ द्वारा अब किसानों के जरीए मोटे अनाज की खेती करवा कर उन्हें प्रोसैसिंग में भी निपुण किया जा रहा है, जिस से किसान बाजार में बढ़ रहे मोटे अनाज और उस के उत्पादों को तैयार कर अधिक मुनाफा ले पाएं.
श्रीधर पांडेय के इन प्रयासों को देखते एक प्रगतिशील किसान के तौर पर अपनी सक्रिय भागीदारी निभाते हुए खुद की आमदनी बढ़ाने के साथ ही दूसरे किसानों के आय को बढ़ाने की जो पहल की है, वह दूसरे किसानों के लिए नजीर बन चुका है.