मऊ : भाकृअनुप भारतीय बीज विज्ञान संस्थान, कुशमौर, मऊ में तीनदिवसीय कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया. यह कार्यक्रम कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंध अभिकरण (आत्मा), कैमूर, बिहार द्वारा प्रायोजित था. निदेशक डा. संजय कुमार के मार्गदर्शन में 29 अगस्त, 2024 को इस कार्यक्रम के अंतर्गत किसानों ने वैज्ञानिक डा. आलोक कुमार से बीज गुणवत्ता प्रबंधन के विभिन्न चरणों को प्रभावित करने वाले घटकों और कारकों के बारे में जानकारी प्राप्त की.
किसानों ने वैज्ञानिक डा. कल्याणी कुमारी से बीज के गुणवत्ता निर्धारण के लिए प्रायोगिक तकनीकें जैसे भौतिक शुद्धता, नमी, व्यवहार्यता प्रसुप्त आदि की जानकारी प्राप्त की.
वैज्ञानिक डा. अमित कुमार दाश ने किसानों को मृदा स्वास्थ्य और गुणवत्ता बीज उत्पादन में उस के महत्व के बारे में बताया. किसानों ने बीज प्रौद्योगिकी प्रयोगशाला में बीज गुणवत्ता निर्धारण की प्रायोगिक तकनीकें सीखीं. गुणवत्ता बीज उत्पादन की योजना और संगठन के बारे में वैज्ञानिक डा. पवित्रा ने व्याख्यान दिया.
कार्यक्रम के समन्वयक संस्थान के प्रधान वैज्ञानिक डा. अंजनी कुमार सिंह के नेतृत्व में किसानों ने संस्थान की विभिन्न प्रयोगशालाओं, बीज प्रसंस्करण इकाई, बीज गोदाम और प्रक्षेत्र भ्रमण किया. संस्थान के अन्य वैज्ञानिकों के साथ किसानों ने चर्चा की और लाभान्वित हुए.
कार्यक्रम के दूसरे दिन निदेशक डा. संजय कुमार के अधिवीक्षण में इस कार्यक्रम में किसानों को गुणवत्ता बीज उत्पादन की तकनीकियों से अवगत कराया. कार्यक्रम के समन्वयक संस्थान के प्रधान वैज्ञानिक डा. अंजनी कुमार सिंह ने गुणवत्तायुक्त बीज उत्पादन के सामान्य सिद्धांतों पर प्रकाश डाला और डा. आलोक कुमार और डा. पवित्रा ने भी कार्यक्रम का समन्वयन किया.
किसानों के लिए मुख्य विषयों पर व्याख्यान के साथ प्रयोगात्मक सत्र भी किए गए. संस्थान के अन्य वैज्ञानिकों के साथ क्षेत्रीय केंद्र बेंगलुरु के वैज्ञानिक भी औनलाइन माध्यम से प्रशिक्षण कार्यक्रम से जुड़े और अपने अनुभव से ओतप्रोत व्याख्यान प्रस्तुत कर किसानों को लाभान्वित किया. निदेशक डा. संजय कुमार ने बताया कि पूर्वोत्तर में संगठित बीज क्षेत्र को मजबूती देने के लिए बिहार के किसानों का प्रशिक्षण कार्यक्रम स्वागतयोग्य है.