बालाघाट : कोदो कुटकी उत्पादन तकनीक सीखने के लिए बैगा किसानों को तेलंगाना के हैदराबाद रवाना किया गया. सबमिशन औन एग्रीकल्चरल एक्सटेंशन ‘आत्मा’ के तहत किसानों का प्रशिक्षण (राज्य के बाहर) अंतर्गत कराया जा रहा है, जिस से मोटे अनाज की खेती करने वाले किसानों को उत्पादन तकनीकी की जानकारी दे कर उन की आय में बढ़ोतरी की जा सकेगी.
जिले के कलक्टर डा. गिरीश कुमार मिश्रा के मार्गदर्शन एवं अर्चना डोंगरे परियोजना संचालक ‘आत्मा’ के सफल नेतृत्व एवं डा. आरएल राउत, वरिष्ठ वैज्ञानिक सहप्रमुख कृषि विज्ञान केंद्र, किरनापुर के सहयोग से यह टीम रवाना की गई.
जिले के बैहर, बिरसा विकासखंड के मिलेट उत्पादक 25 बैगा और अनुसूचित जनजाति के किसान भारतीय कदन्न अनुसंधान संस्थान (आईआईएमआर), हैदराबाद (तेलंगाना) में माइनर मिलेट के तहत कोदो, कुटकी, ज्वार, बाजारा, रागी आदि फसलों के उत्पादन तकनीक, प्रसंस्करण एवं विपणन पर 3 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण लेने गए हैं.
इस दल की अगुआई दल के नोडल अधिकारी अभिलाष सूर्यवंशी विकासखंड तकनीकी प्रबंधक द्वारा की जा रही है. सभी किसानों को डा. आरएल राउत, वरिष्ठ वैज्ञानिक, सहप्रमुख, किरनापुर द्वारा हरी झंडी दिखा कर बस से रवाना किया गया. कार्यक्रम में सुनील सोने, उपपरियोजना संचालक आत्मा एवं सागर चंद्रवंशी कंप्यूटर आपरेटर उपस्थित रहे.