हमारे देश में किसानों को खेतीबारी से जुड़ी तकनीकी और व्यावहारिक जानकारी देने वाली पत्रिकाओं में दिल्ली प्रैस के गौरवशाली प्रकाशनों में शुमार पाक्षिक पत्रिका ‘फार्म एन फूड’ का स्थान सब से ऊपर है. यही वजह है कि इस पत्रिका के लेखक को कृषि पत्रकारिता के क्षेत्र में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद द्वारा साल 2019 में कृषि क्षेत्र में प्रिंट मीडिया हिंदी की श्रेणी में दिए जाने वाले कृषि अनुसंधान और विकास में उत्कृष्ट पत्रकारिता के लिए चौधरी चरण सिंह अवार्ड प्रदान किया जा चुका है.
‘फार्म एन फूड’ को यह सम्मान यों ही नहीं मिला है, बल्कि ‘फार्म एन फूड’ पत्रिका सरल भाषा में अपने शोधपरक व व्यावहारिक लेखों को न केवल किसानों तक पहुंचाने का काम करती है, बल्कि समयसमय पर राज्य लैवल, रीजनल लैवल और नैशनल लैवल के एग्री अवार्ड समारोहों का आयोजन कर खेती में लीक से हट कर अच्छा करने वाले किसानों, कृषि वैज्ञानिकों, कृषि संस्थानों, कृषि पत्रकारों आदि को सम्मानित कर उन के हौसले को आगे बढ़ाने का काम भी करती रही है.
इसी कड़ी में गांधी व लालबहादुर शास्त्री की जयंती के अवसर पर 2 अक्तूबर के दिन आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, कुमारगंज, अयोध्या द्वारा संचालित कृषि विज्ञान केंद्र, सोहांव, बलिया में और दिल्ली प्रैस द्वारा केंद्र के सभागार में रीजनल लैवल फार्म एन फूड एग्री अवार्ड, 2021 का आयोजन किया गया.
कार्यक्रम की शुरुआत कृषि विज्ञान केंद्र के अध्यक्ष प्रोफैसर रवि प्रकाश मौर्य ने आए हुए अतिथियों का स्वागत करते हुए बताया कि जिन किसानों का चयन रीजनल फार्म एन फूड एग्री अवार्ड के लिए किया गया है, उन्होंने खेती में जोखिम को कम करते हुए कम लागत में अधिक उत्पादन लेने का काम किया है.
उन्होंने बताया कि जिन किसानों ने खेती, बागबानी, मत्स्यपालन, मधुमक्खीपालन, डेरी, मशरूम, बकरीपालन इत्यादि के जरीए अपनी और अपने परिवार के साथ अन्य लोगों की आय में इजाफा करने में कामयाबी पाई है, उन का चयन विभिन्न मापदंडों के आधार पर पूरी पारदर्शिता के साथ किया गया है, जिस से इन किसानों को राष्ट्रीय स्तर पर मिलने वाले विभिन्न पुरस्कारों के लिए प्रोत्साहित किया जा सके.
अतिथियों ने कहा
इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद आगा खान रूरल सपोर्ट प्रोग्राम इंडिया के बिहार प्रदेश के रीजनल मैनेजर सुनील पांडेय ने कहा कि ‘फार्म एन फूड’ की भूमिका वास्तव में सराहनीय है.
उन्होंने आगे बताया कि ‘फार्म एन फूड’ द्वारा बीते साल समस्तीपुर में आगा खान रूरल सपोर्ट प्रोग्राम इंडिया के साथ मिल कर छोटे और मझोले किसानों के लिए राज्य लैवल का अवार्ड आयोजित किया गया था. इस से अवार्ड में शामिल किसानों का हौसला काफी बढ़ा है.
उन्होंने यह भी बताया कि एकेआरएसपी-आई, बिहार के मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, दरभंगा, वैशाली, सारण, सीतामढ़ी और नालंदा में पेयजल और स्वच्छता, जल प्रबंधन, बकरीपालन, खेती की गतिविधियों को बढ़ावा देने, सिंचाई, महिला बचत समूहों को बढ़ावा देने, नवीकरणीय ऊर्जा, आंगनबाड़ी, कोविड राहत के काम व प्राथमिक शिक्षा सहित युवाओं के लिए कौशल विकास के मसले पर काम कर रही है.
उन्होंने यह भी बताया कि बिहार में एकेआरएसपी-आई छोटे और मझोले किसानों की आय बढ़ाने के लिए सभी जरूरी प्रयास कर रही है.
बिहार में एकेआरएसपी-आई के कृषि प्रबधंक डा. बसंत कुमार ने छोटे और मझोले किसानों द्वारा उन्नत तरीके से किए जा रहे बकरीपालन की सफलता से वहां मौजूद किसानों को अवगत कराया.
उन्होंने बताया कि गांव में ही पशु सखियों के जरीए पशुपालकों को स्थानीय लैवल पर सेवाएं मिलने से पशुपालन में आने वाले जोखिम में काफी कमी आई है.
बस्ती जिले के कृषि विज्ञान केंद्र में वैज्ञानिक प्रसार राघवेंद्र विक्रम सिंह ने बताया कि कृषि के क्षेत्र में कृषि विज्ञान केंद्रों की अहम भूमिका है. साथ ही, कृषि की नई तकनीकों के लिए छोटे व मझोले किसानों को बढ़ावा देना है.
दिल्ली प्रैस से ‘फार्म एन फूड’ के प्रभारी भानु प्रकाश राणा ने कहा कि कृषि में नईनई तकनीकियों की जानकारी के लिए सभी को कृषि यानी खेतीकिसानी से संबंधित पत्रपत्रिकाएं जरूर पढ़नी चाहिए. पत्रपत्रिकाएं ही वे सशक्त माध्यम हैं, जो कृषि वैज्ञानिकों/किसानों द्वारा व सरकारी योजनाओं की जानकारी देने का काम करती हैं.
बस्ती के किसानों को भी मिला सम्मान
बस्ती जिले में खेती में विशेष उपलब्धियों को प्राप्त करने वाले प्रगतिशील किसानों में विजेंद्र बहादुर पाल, अरविंद सिंह, अमित विक्रम त्रिपाठी, राम मूर्ति मिश्र व अहमद अली को भी फार्म एन फूड एग्री अवार्ड से नवाजा गया.
इन संस्थानों और कृषि वैज्ञानिकों को मिला अवार्ड
इस अवसर पर बिहार में खेती के जरीए किसानों की आय बढ़ाने के लिए आगा खान रूरल सपोर्ट प्रोग्राम इंडिया, बिहार के रीजनल मैनेजर सुनील पांडेय व कृषि प्रबंधक डा. बसंत कुमार, सिद्धार्थ फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड, बस्ती को भी सम्मानित किया गया.
नंदनी नगर पीजी कालेज के समाज कार्य विभाग के अध्यक्ष डा. केके. शुक्ल को भी सम्मानित किया गया. डा. केके. शुक्ल ने कहा कि उन्होंने समाज कार्य के विद्यार्थियों में कृषि क्षेत्र के स्थायित्व व सतत विकास के लिए विभिन्न विषयों पर विद्यार्थियों को प्रोजैक्ट का अवसर उपलब्ध कराया है. इस से कृषि क्षेत्र में आने वाले बदलाव के बारे में पता चलता है और उस पर किसानों को आवश्यक सुझाव देने में मदद मिलती है.
इस आयोजन की सफलता में प्रो. डा. रवि प्रकाश मौर्य का विशेष योगदान रहा. उन्होंने इस अवार्ड के लिए पूरी तन्मयता के साथ लोगों से समन्वय कर इसे सफल बनाया.
बलिया के इन किसानों को मिला अवार्ड
- अशोक तिवारी, जिराबस्ती, हनुमानगंज, 2. श्रीप्रकाश वर्मा, ब्रह्माइन, हनुमानगंज, 3. नवीन कुमार पांडेय, नसीराबाद, सागरपाली, हनुमानगंज, 4. धीरेंद्र कुमार शर्मा, अमडरिया, रतसर, गड़वार, 5. सुधीर कुमार सिंह, चकरशुल, गड़वार, 6. टुनटुन यादव, रामगढ़, सिंहपुर, गड़वार, 7. अजय कुमार पांडेय, मेढौराकला, टुटवारी, सोहांव, 8. संतोष कुमार सिंह, दौलतपुर, सोहांव, 9. रामाकांत सिंह, रामापुर, सोहांव, 10. अखिलेश सिंह, देउली, बांसडीह रोड, दुबहड़, 11. ब्रह्मानंद तिवारी, वघौली, बांसडीह रोड, दुबहड़, 12. जितेंद्र नारायण सिंह, रुस्तमपुर, बांसडीह रोड, दुबहड़, 13. रंगनाथ मिश्र, सोनवानी, बेलहरी, 14. हरिदेव प्रसाद वर्मा, बिगही, बेलहरी, 15. अजय कुमार पांडेय, समरथपाह, सोनवानी, बेलहरी, 16. मणिशंकर तिवारी, चकगिरधर, बैरिया, 17. राज मंगल ठाकुर, नौरंगा, बैरिया, 18. शंकर दयाल वर्मा, बैरिया, 19. हीरालाल मौर्य, जमीनबटी, मुरली छपरा, 20. सत्येंद्र यादव, भगवानपुर, मुरली छपरा, 21. सत्येंद्र नाथ पांडेय, भोजापुर, सावन छपरा, मुरली छपरा, 22. तारकेश्वर सिंह, हरपुर, डुमरिया, रेवती, 23. संजय वर्मा, उदहा, रेवती, 24. भगवान वर्मा, दिनहा, रेवती, 25. जय प्रकाश पांडेय, मिरगिरी टोला, बांसडीह, 26. रितिका दूबे, मिरगिरी टोला, बांसडीह, 27. किरन सिंह, खरौनी, बांसडीह 28. हरेराम चौरसिया, मनियर, 29. विनोद उपाध्याय, मनियर, 30. सत्यप्रकाश उपाध्याय, मनियर, 31. आनंद प्रकाश सिंह, सुलतानपुर, भरखरा, बेरुआरबारी, 32. सुशील कुमार श्रीवास्तव, करमर, बेरुआरबारी, 33. निर्भय कुमार उपाध्याय, कुनिहा, भरखरा, बेरुआरबारी, 34. ललन वर्मा, खेजुरी, पन्दह, 35. प्रेमचंद्र वर्मा, खेजुरी, पन्दह, 36. गुलाबचंद प्रजापति, खसरा, पन्दह, 37. बाबूराम वर्मा, जजौली, नवानगर, 38. सुरेश चंद प्रसाद, बघुड़ी, नवानगर, 39. हरिनारायण वर्मा, हडसर, दुहाविहरा, नवानगर 40. हवलदार सिंह, नगहर, रसड़ा,41. वीरबहादुर वर्मा, सिसवार खुर्द, सिसवार कला, रसड़ा, 42. राधेश्याम वर्मा, कमतैला, रसड़ा, 43. इंद्रजीत वर्मा, कुकरहा, चुघड़ा, चिलकहर, 44. तारकेश्वर सिंह, हजौली, चिलकहर, 45. सुनील वर्मा, ऊंचेणा, चिलकहर,46. राकेश सिंह, मलप हरसेनपुर, नगरा, 47. डा. राना प्रताप सिंह, सुलतानपुर, नगरा, 48. मनमोहन सिंह, मलप, हरसेनपुर, नगरा, 49. सुरेंद्र कुमार, तिनई खीदीरपुर, पलीया खास, सीपर, 50. कमलेश कुमार सिंह, जजौली, जजौली-2, सीपर, 51. अरविंद सिंह, शाहपुर टिटिहा, किडिहरापुर, सीपर.
ये कृषि विशेषज्ञ हुए सम्मानित
- प्रो. रवि प्रकाश मौर्य, सोहांव, बलिया, 2. डा. प्रेमलता श्रीवास्तव, सोहांव, बलिया, 3. डा. सोमेंद्र नाथ, सोहांव, बलिया, 4. डा. मनोज कुमार, सोहांव, बलिया, 5. प्रो. डीके सिंह, कोटवा, आजमगढ़, 6. डा. आरके सिंह, कोटवा, आजमगढ़ 7. डा. आरपी सिंह, कोटवा, आजमगढ़, 8. डा. राजेशचंद्र वर्मा, अंकुशपुर, गाजीपुर-2, 9. डा. जय प्रकाश सिंह, अंकुशपुर गाजीपुर-2, 10. राजीव कुमार सिंह, केवीके, जौनपुर-1, 11. डा. संदीप कुमार, केवीके, हैदरगढ़, बाराबंकी, 12. डा. रामकेवल, केवीके, बक्सर, बिहार, 13. डा. शिव कुमार सिंह, केवीके, गाजीपुर-1, 14. डा. अशोक कुमार सिंह, बलिया, 15. डा. मुनवेंद्र पाल, बलिया, 16. डा. संजीत कुमार सिंह, बलिया.