संत कबीरनगर: ‘किसान दिवस’ के अवसर पर रबी सीजन के अंतर्गत किसानों द्वारा उठाई गई शिकायतों का संबंधित विभागीय अधिकारियों द्वारा समाधान बताया गया. भूमि संरक्षण अधिकारी द्वारा बताया गया कि वाटरशैड एरिया के अंतर्गत मिट्टी के नुकसान को रोकने के लिए उन के द्वारा मेंड़बंदी, समतलीकरण, फसल उत्पादन का काम कराया जाता है. किसानों द्वारा रकशाकोड, तेनुआराजा, सेउआपर गांव में नीलगाय, जंगली सूअर एवं बंदरों द्वारा फसलों को नुकसान पहुंचाए जाने की शिकायत की गई.

वन अधिकारी द्वारा बताया गया कि ग्राम प्रधान के सहयोग से उन्हें वनरक्षक के माध्यम से पकड़ कर जंगल में छोड़े जाने की व्यवस्था है. विद्युत विभाग की शिकायत के अंतर्गत बताया गया कि मुखलिसपुर कथेच्या में बिजली के तार बहुत ज्यादा नीचे लटक रहे हैं, जिस से फसल कटाई में व्यवधान होगा और आग लगने की संभावना रहेगी, जिसे समय रहते दुरुस्त कर लिया जाए.

वहीं सहायक अभियंता द्वारा बताया गया कि इस की कार्ययोजना तैयार कर ली गई है. फसल कटाई के बाद खाली होने पर काम कर लिया जाएगा.

किसानों द्वारा जल निगम विभाग द्वारा गांव में काम करने के बाद चकरोड सड़क इत्यादि काट कर छोड़ दी जा रही है. इस के संबंध में शिकायत प्रस्तुत की गई. विभाग का कोई भी अधिकारी उपस्थित नहीं था. डेयरी डवलपमैंट बोर्ड के अधिकारी द्वारा समितियांे के माध्यम से फैट परसेंटेज एवं एसएनएफ के आधार पर दुग्ध क्रय करने की बात बताई गई. देशी गाय के पशुपालक के लिए मुख्यमंत्री प्रगतिशील पशुपालन प्रोत्साहन योजना चलाई जा रही है, जिस में साहिवाल गिर, थारपारकर और हरियाणा नस्ल की गायों के पशुपालकों को प्रोत्साहित किया जाएगा.

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