14 जून, 2024 को ‘एमएफओआई-समृद्ध किसान उत्सव का आयोजन किया गया, जिस में कृषि यंत्रों की प्रदर्शनी समेत जिले के प्रगतिशील किसानों को सम्मानित किया गया.
सांसद भोजराज नाग और विधायक नीलकंठ टेकाम ने डा. राजाराम त्रिपाठी को सर्टिफिकेट औफ एक्सीलेंस प्रदान किया गया.
कार्यक्रम के दौरान भोजराज नाग ने अपने उद्बोधन में कहा कि जीवन की सब से महत्वपूर्ण चीज दाल, रोटी और चावल है, जिस के बिना जीवनयापन करना मुश्किल है. उन्होंने जलवायु परिवर्तन के बारे में बात करते हुए कहा कि पर्यावरण को संरक्षित रखना बहुत जरूरी है, जिस के लिए सभी से पेड़ लगाने की अपील की.
विधायक नीलकंठ टेकाम ने कहा कि कृषि विज्ञान केंद्र, पूर्वी बोरगांव, कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों के मार्गदर्शन में आधुनिक तकनीक से खेती कर ज्यादा से ज्यादा मुनाफा कमाया जा सकता है. किसान अन्नदाता के रूप में इस संसार का पालनहार है. इन का हमारे जीवन में बहुत बड़ा योगदान है.
उन्होंने आगे कहा कि बस्तर के बेहद पिछड़े क्षेत्र में जन्मे और बेहद कठिनाइयों में भी लगातार पढ़ाई कर खेती के क्षेत्र में डा. राजाराम त्रिपाठी ने बस्तर का नाम जिस तरह से सारे देशविदेश में रोशन किया है, उस पर बस्तर को गर्व है.
इस दौरान हरित योद्धा, कृषि ऋषि, हर्बल किंग, फादर औफ सफेद मूसली आदि नामों से देशभर में अपनी पहचान बना चुके सफल किसान डा. राजाराम त्रिपाठी ने उपस्थित सैकड़ों प्रगतिशील किसानों को उन की अपनी आंचलिक बोली में अपना उद्बोधन दिया.
इस दौरान उन्होंने अपनी सफलता की कहानी साझा करते हुए कहा कि अब समूह में खेती करना बहुत जरुरी है. इस से ज्यादा मुनाफा होता है. साथ ही, मार्केटिंग करना भी आसान होता है.
उन्होंने आगे बताया कि इस डिजिटल युग में मोबाइल, वैज्ञानिकी सलाह और कृषि जागरण, कृषि पत्रपत्रिकाएं आदि के माध्यम से भी खेती करने की तरीको में बदलाव किया जा सकता है.
कृषि विज्ञान केंद्र, कोंडागांव के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डा. ओम प्रकाश कृषि विज्ञान केंद्र की रूपरेखा के बारे में बताया और संरक्षित खेती के बारे में जानकारी दी और मछलीपालन के विभिन्न तरीकों के बारे में किसानों को बताया.
कार्यक्रम में विभिन्न विभागों के जिला प्रमुखों ने अपनेअपने विभागों में चल रही योजनाओं के बारे में किसानों को अवगत कराया.