लखनऊ : उत्तर प्रदेश के उद्यान, कृषि विपणन एवं कृषि विदेश व्यापार एवं कृषि निर्यात राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिनेश प्रताप सिंह ने कहा कि ग्लोबल गैप प्रमाणन कृषि उत्पादों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एक मान्यताप्राप्त प्रमाणन है, जो कि पर्यावरण के अनुकूल कृषि उत्पादों की गुणवत्ता के लिए है. इस से कृषि उपजों में रसायनों के प्रयोग को कम करने को बढ़ावा मिलेगा, किसानों की आय में वृद्धि होगी और लोगों के स्वास्थ्य व सुरक्षा को मजबूती मिलेगी, जिस से आने वाली पीढ़ी को भी स्वास्थ्यवर्धक व सुरक्षित भोजन मिलेगा.

मंत्री दिनेश प्रताप सिंह पिछले दिनों गोमती नगर के मंडी परिषद सभागार में अंतर्राष्ट्रीय बाजार में लागू अच्छी कृषि पद्धतियों ग्लोबल गैप (गुड एग्रीकल्चर प्रैक्टिसेज) प्रमाणीकरण का हाईब्रिड मोड में आयोजित एकदिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे.

यह प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रदेश के प्रमुख कृषि निर्यातोन्मुखी एफपीओ/एफपीसी, कृषि विपणन एवं कृषि विदेश व्यापार निदेशालय एवं उद्यान विभाग के अधिकारियों के लिए आयोजित किया गया था, जिस में लगभग 125 प्रतिभागियों द्वारा औनलाइन भी प्रतिभाग किया गया. यह प्रशिक्षण भारत में ग्लोबल गैप की अधिकृत संस्था एसजीएस इंडिया प्रा. लि., मुंबई के नैशनल मैनेजर फूड एंड एग्रीकल्चर नीरज पुरी द्वारा प्रदान किया गया.

इस अवसर पर मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने कहा कि ग्लोबल गैप मिशन का उद्देश्य सुरक्षित और अधिक प्रभावी कृषि पद्धतियों को वैश्विक रूप से अपनाना है, जिस से खाद्य और अन्य कृ़षि उत्पादों का उत्पादन वर्तमान की आवश्यकताओं और भविष्य की मांगों को पूरा करने की क्षमता के साथ संतुलित हो सके. ग्लोबल गैप प्रमाणन सब से सम्मानित और अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर मान्यताप्राप्त मानक है. दुनियाभर के लगभग 2 लाख उत्पादक इस में सम्मिलित हैं.

कार्यक्रम के दौरान उन्होंने निर्देश दिए कि प्रदेश के कृषि, उद्यान और कृषि विपणन एवं कृषि विदेश व्यापार निदेशालय/विभाग के मंडलीय अधिकारियों को ग्लोबल गैप के मास्टर ट्रेनर का प्रशिक्षण कराया जाए और इन मानकों का हिंदी भाषा में एक सरलीकृत पंपलेट तैयार कर बांटा जाए, जिस से प्रदेश के किसानों में यूरोपीय देशों में निर्यात के लिए आवश्यक इस अंतर्राष्ट्रीय प्रमाणीकरण को सरलता से जागरूक किया जा सके. प्रदेश के प्रत्येक ब्लौक में एक निर्यात योग्य उत्पाद का प्रगतिशील किसान/एफपीओ, एफपीसी को उक्त उत्पाद के लिए ग्लोबल गैप का प्रशिक्षण दिलाया जाना सुनिश्चित किया जाए.

उन्होंने कृषि विपणन एवं कृषि विदेश व्यापार निदेशालय का दूरभाष नंबर 0522-2707587 और उपनिदेशक, उद्यान का दूरभाष नंबर 9415130984 नोट कराया, जिस पर कृषि निर्यात से संबंधित किसी भी समस्या का समाधान प्राप्त किया जा सकेगा.

कार्यक्रम में ग्लोबल गैप के जर्मनी स्थित मुख्यालय की प्रोग्राम कोआर्डिनेटर गैबरीला कोरल एलानिस ने कार्यक्रम में औनलाइन प्रतिभाग करते हुए प्रदेश में ग्लोबल गैप मास्टर ट्रेनर तैयार करने के लिए संस्था द्वारा चलाए जा रहे प्रशिक्षण कार्यक्रम के बारे में विस्तार से बताया.

प्रशिक्षण में अपर मुख्य सचिव उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण बीएल मीणा, कृषि विपणन एवं कृषि विदेश व्यापार निदेशक टीके शिबु, उपनिदेशक डा. सुग्रीव शुक्ल, इंडोजर्मन प्रोजैक्ट जयपुर के डिप्टी टीम लीडर प्रत्यूश रंजन सिंह, ग्लोबल गैप मुंबई के एडवाइजर संदीप मधुकर सोनकूल सहित उद्यान एवं कृषि विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे.

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