हिसार: सांख्यिकीय डाटा (Statistical Data) के लिए तैयार औनलाइन मौड्यूल नवाचार को बढ़ावा व वैश्विक शोध कार्यों में महत्वपूर्ण योगदान देंगे. डाटा विश्लेषण के मौड्यूल शोधार्थियों को भविष्य की चुनौतियों से निबटने के लिए सक्षम बनाएंगे. सांख्यिकीय डाटा के विश्लेषण के लिए निर्मित औनलाइन मौड्यूल का प्रयोग दुनियाभर में अनुसंधान डाटा के विश्लेषण के लिए किया जा सकता है, जो वैज्ञानिकों व शोधकर्ताओं के लिए अत्याधिक लाभदायक साबित होगा.

ये विचार चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बीआर कंबोज ने कहे.

उन्होंने बताया कि गणित और सांख्यिकी विभाग द्वारा सांख्यिकीय डाटा के विश्लेषण के लिए औनलाइन मौड्यूल तैयार करने पर चार कौपीराइट प्रदान किए गए हैं. ये मौड्यूल संवैधानिक अनुसंधान के व्यावहारिक अनुप्रयोग को प्रदर्शित करते हुए प्रजनन कार्यक्रमों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे.

उन्होंने इस उपलब्धि पर शामिल वैज्ञानिकों को बधाई दी. औनलाइन सांख्यिकीय विश्लेषण प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में लगातार नए मानक स्थापित करने के लिए गणित और सांख्यिकी विभाग की सराहना की.

मौलिक विज्ञान एवं मानविकी महाविद्यालय के अधिष्ठाता डा. नीरज कुमार ने कहा कि ये औनलाइन मौड्यूल गणित और सांख्यिकी विभाग के डा. ओपी श्योराण व डा. विनय कुमार अहलावत ने विकसित किए, जोकि अनुसंधान डाटा के विश्लेषण के क्षेत्र में यह मौड्यूल महत्वपूर्ण योगदान देंगे.

औनलाइन मौड्यूल ओपीस्टैट सौफ्टवेयर पर उपलब्ध किए जाएंगे

गणित एवं सांख्यिकी विभाग के विभागाध्यक्ष डा. ओपी श्योराण ने सांख्यिकीय डाटा के लिए औनलाइन मौड्यूल के तकनीकी पहलुओं के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी प्रदान की.

उन्होंने आगे कहा कि यह मौड्यूल क्लाइंट सर्वर आर्किटेक्चर पर आधारित है, जो एक्टिव सर्वर पेज एएसपी और पायथन का उपयोग कर के विकसित किए गए हैं.

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