हिसार: लाला लाजपत राय पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के पशुधन फार्म परिसर विभाग में आयोजित ‘वैज्ञानिक पद्धति से सूअरपालन‘ के विषय में तीनदिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला एवं प्रशिक्षण का शुभारंभ मुख्य अतिथि, लुवास के कुलपति प्रो. (डा.) विनोद कुमार वर्मा द्वारा किया गया.
इस अवसर पर कुलपति डा. विनोद कुमार वर्मा ने सूअरपालन इकाई का उद्घाटन भी किया. उन्होंने कहा कि सूअरपालन दुनियाभर में बढ़ रहा है. सूअर की उच्च प्रजनन क्षमता और उच्च चारा रूपांतरण अनुपात के कारण सूअरपालन हमेशा से लाभदायक रहा है. इस इकाई का उद्देश्य प्रदेश के युवाओं को प्रशिक्षण देना व उन्हें सूअरपालन में व्यवसाय स्थापित करने के लिए प्रेरित करना रहेगा.
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक किसानों की मदद कर सूअरपालन के अर्थशास्त्र पर काम करेंगे. इस अवसर पर कुलपति डा. विनोद कुमार वर्मा ने विभागाध्यक्ष, इकाई के प्रमुख और विभाग के संकाय सदस्यों को सूअरपालन इकाई की स्थापना पर बधाई दी.
पशुधन फार्म परिसर विभाग के अध्यक्ष डा. वीरेंदर सिंह पंवार ने ‘वैज्ञानिक पद्धति से सूअरपालन‘ पर तीनदिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला एवं प्रशिक्षण की विस्तृत जानकारी दी. उन्होंने बताया कि इस प्रथम आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में कुल 12 प्रतिभागियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा.
इन 3 दिनों में सूअरपालन के विभिन्न विषयों पर वैज्ञानिक जानकारी प्रदान की जाएगी. इस प्रशिक्षण में प्रतिभागियों को सूअर की देखभाल, उन के प्रजनन, प्रबंधन, भोजन प्रबंधन और स्वास्थ्य देखभाल प्रबंधन के बारे में सिखाया जाएगा.
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के अनुसंधान निदेशक डा. नरेश जिंदल, विस्तार शिक्षा निदेशक डा. वीएस पंवार, छात्र कल्याण निदेशक डा. पवन कुमार, स्नातकोत्तर अधिष्ठाता डा. मनोज रोज, आईपीवीएस निदेशक डा. एसपी दहिया, मानव संसाधन एवं प्रबंधन निदेशक डा. राजेश खुराना, सूअरपालन इकाई प्रमुख डा. नरेंद्र लांगयाण व अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी व प्रतिभागी उपस्थित रहे.