बरेली : 24 अप्रैल, 2023 को भाकृअनुप-भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, इज्जतनगर में क्षेत्रीय खेलकूद प्रतियोगिता (पूर्वी क्षेत्र) – 2023 का शुभारंभ हुआ. इस प्रतियोगिता में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के पूर्वी भारत क्षेत्र में स्थित राज्यों जैसे – अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह, झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और उत्तर प्रदेश के कृषि, पशु एवं मत्स्यपालन संस्थानों के तकरीबन 450 पुरुष एवं महिला खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं. 24 अप्रैल से 27 अप्रैल के दौरान इस खेल प्रतियोगिता में एथलेटिक्स के 12 और अन्य 10 सहित 23 खेलों का प्रदर्शन हुआ. इस वर्ष से क्रिकेट को भी इस प्रतियोगिता में शामिल किया गया.
इस खेल प्रतियोगिता का आगाज करते हुए डा. शिव प्रसाद किमोथी, पशु विज्ञान एवं मत्स्यपालन विज्ञान (सदस्य), कृषि वैज्ञानिक चयन मंडल, नई दिल्ली ने सभी खिलाड़ियों को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि कोविड काल में सभी देशों की अर्थव्यवस्था चरमरा गई, लेकिन कृषि ने भारत की अर्थव्यवस्था को संभाल लिया.
उन्होंने कहा कि भारत के कृषि क्षेत्र में हरित, श्वेत, नीली इत्यादि अनेक क्रांतियां हुईं, जिस के चलते यहां की अर्थव्यवस्था में सकारात्मक प्रभाव हुआ.
खुशी व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि इस खेल प्रतियोगिता का आयोजन आजादी के अमृत काल में किया जा रहा है. देश के पूर्वी क्षेत्र के भाकृअनुप संस्थानों में किसानों की आय दोगुनी करने की क्षमता है.
उन्होंने आशा व्यक्त की कि इस खेल समागम में विभिन्न संस्थानों के वैज्ञानिक तकनीकी एवं अन्य कर्मचारी आपस में विचारों के आदानप्रदान से एक नए विचारों से अवगत होंगे.
उन्होंने विभिन्न महापुरुषों और पूर्व वैज्ञानिक एवं राष्ट्रपति डा. एपीजे अब्दुल कलाम को उद्धृत करते हुए कहा कि खेलों में हारना ही जीत की शुरुआत होती है, इस से तन और मन दोनों स्वस्थ होते हैं.
इस अवसर पर समारोह को संबोधित करते हुए संस्थान के निदेशक एवं कुलपति, डा. त्रिवेणी दत्त ने इस खेल प्रतियोगिता को आयोजित करने की जिम्मेदारी देने के लिए भाकृअनुप के महानिदेशक के प्रति आभार व्यक्त किया और खुशी जाहिर की कि इस प्रतियोगिता में पुरुष खिलाड़ियों के साथसाथ 44 महिला खिलाड़ी भी प्रतिभागिता कर रही हैं.
इस से पूर्व इस खेलकूद प्रतियोगिता के आयोजन सचिव एवं प्रधान वैज्ञानिक डा. एकेएस तोमर ने अपने स्वागत संबोधन में अतिथियों एवं खिलाड़ियों के प्रति आभार व्यक्त किया और समस्त प्रतियोगिताओं की रूपरेखा प्रस्तुत की.
इस अवसर पर संयुक्त निदेशक – शैक्षणिक, डा. एसके मेंदीरत्ता, संयुक्त निदेशक – शोध, डा. एसके सिंह और संयुक्त निदेशक – प्रसार शिक्षा, डा. रूपसी तिवारी सहित काफी संख्या में स्टाफ, भूतपूर्व वैज्ञानिक एवं कर्मचारी उपस्थित रहे.
समारोह का संचालन प्रधान वैज्ञानिक डा. संजीव मेहरोत्रा और डा. अंजू काला ने किया. डा. एके पांडेय ने धन्यवाद ज्ञापन किया.