नई दिल्ली : भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, डा. सुदेश धनखड़ के साथ अपने एकदिवसीय दौरे पर राजस्थान पहुंचे. जयपुर एयरपोर्ट पहुंचने पर राजस्थान के राज्यपाल, कलराज मिश्र एवं राजस्थान सरकार में मंत्री महेंद्रजीत सिंह मालवीय द्वारा उन का स्वागत किया गया.
इस के बाद उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ केंद्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान, अविकानगर गए, जहां केंद्रीय विद्यालय के छात्रछात्राओं द्वारा उन का जोशीला स्वागत किया गया.
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने संस्थान द्वारा विकसित की गई उन्नत नस्ल की भेड़ों और उत्पादों का निरीक्षण किया और संस्थान के निदेशक, वैज्ञानिकों और स्टाफ के साथ मुलाकात कर उन्हें संबोधित किया.
अपने संबोधन में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने केंद्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान के द्वारा किए जा रहे कामों की प्रशंसा की और कहा कि जी-20 में भारत के विकास का डंका देख कर सब दंग रह गए हैं. वर्ल्ड बैंक के अध्यक्ष ने कहा है कि भारत में जो विकास पिछले 6 वर्षों में हुआ है, वह 50 वर्ष में भी नहीं हो सकता था.
उन्होंने आगे यह भी कहा कि इस में सब से बड़ा योगदान किसानों का है और खेती से जुड़ी आप जैसी संस्थाओं का है.
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने यह भी कहा कि भारत देश किसान की बदौलत ही है. हमारे यहां 1 अप्रैल, 2020 से 80 करोड़ लोगों को सरकार की ओर से फ्री चावल, गेहूं और दाल मिल रहे हैं. ये दम हमारे किसानों का है, और ये राशन किसानों की बदौलत ही मिल पा रहा है.
कृषि में बदलावों की आवश्यकता पर बल देते हुए उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि भारत के किसान को बदलने की जरूरत है. उन्होंने खुशी व्यक्त की कि ये बदलाव आ रहा है. उपराष्ट्रपति ने देश के कृषि वैज्ञानिकों से आह्वान किया कि वे इस बदलाव का प्रेरक बनें.
इस अवसर पर टोंक के सांसद सुखबीर सिंह जौनपुरिया, सीएसडब्ल्यूआरआई के निदेशक डा. अरुण कुमार तोमर, संस्थान के वैज्ञानिक, शोधार्थी व अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे.