जयपुर : प्रमुख शासन सचिव, कृषि एवं उद्यानिकी वैभव गालरिया की अध्यक्षता में पंत कृषि भवन के समिति कक्ष में सितंबर के लिए प्रदेश में उर्वरकों की मांग, आपूर्ति एवं उपलब्धता के बारे में समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया. बैठक में उर्वरकों एवं संभावित आपूर्ति के संबंध में कंपनीवार समीक्षा की गई.

प्रमुख शासन सचिव वैभव गालरिया ने विनिर्माता कंपनियों को निर्देशित किया कि इस बार औसत से अधिक बारिश होने के कारण रबी की फसलों की बोआई में डीएपी व यूरिया की मांग बढ़ने की संभावना है. कंपनियां उर्वरक आपूर्ति में कोताही न बरतते हुए आवश्यकतानुसार सप्लाई समय पर करें.

उन्होंने कंपनी प्रतिनिधियों से कहा कि जिन जिलों में उर्वरकों की कमी आ रही है, वहां पर तुरंत उर्वरक सप्लाई किया जाना सुनिश्चित करें. डीएपी, यूरिया, एनपीके और एसएसपी उर्वरकों का सितंबर महीने का आवंटन जो केंद्र सरकार द्वारा किया गया है, उस की आपूर्ति कंपनियों द्वारा समय पर की जाए. वे किसानों को डीएपी के स्थान पर एसएसपी एवं एनपीके के उपयोगों को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित करें.

कृषि आयुक्त कन्हैया लाल स्वामी ने नैनो यूरिया, नैनो डीएपी, सिंगल सुपर फास्फेट को किसानों द्वारा ज्यादा से ज्यादा प्रयोग में लेने के लिए इस का प्रचारप्रसार करने के लिए कहा. साथ ही, उर्वरकों की कालाबाजारी करने वाले आदान विक्रेताओं पर सख्त कार्यवाही करने के लिए निर्देशित किया.

उन्होंने आगे कहा कि कंपनियां उर्वरकों की सप्लाई मांग के हिसाब से समय पर पूरा करने की यथासंभव कोशिश करें. डीएपी कम पड़ने पर किसान एसएसपी व यूरिया को मिला कर विकल्प के रूप में उपयोग करें, इस के मिश्रण से फसलों का न केवल उत्पादन बढ़ता है, बल्कि गुणवत्ता में भी सुधार होता है.

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