विदिशा: प्रदेश के किसानों को सभी प्रकार की कृषि संबंधी सहूलियतें दी जा रही हैं. सरकार द्वारा किसानों की आमदनी को दोगना करने के लिए हर स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं. यहां किसानों को उन्नत किस्म के खाद, बीज, ऋण, केसीसी के अलावा कृषि संबंधी अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं. उक्त आशय के विचार विदिशा विधायक मुकेश टंडन ने कृषि विज्ञान मेले के शुभांरभ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए व्यक्त किए.

उन्होंने कहा कि कृषि विभाग द्वारा किसानो को समय पर उचित सलाह दी जा रही है, ताकि कृषि आदान संबंधी व्यवस्थाओं में कोई दिक्कत ना आए. कार्यक्रम को जिला पंचायत की कृषि समिति के सभापति धनराज सिंह दांगी के अलावा तोरण सिंह दांगी, श्यामसुंदर शर्मा ने भी संबोधित किया.

जिला मुख्यालय पर आयोजित दोदिवसीय कृषि विज्ञान सह प्रदर्शनी का आयोजन पीएनबी कृषक प्रशिक्षण केंद्र में आयोजित किया गया. यह मेला कृषि विभाग की आत्मा परियोजना एवं मध्य प्रदेश राज्य मिलेट मिशन योजना के अंतर्गत आयोजित किया गया.

इस मेले का उद्देश्य किसानों को नई कृषि तकनीक से परिचित कराना एवं किसानवैज्ञानिक परिचर्चा के माध्यम से कृषि समस्याओं का निराकरण करना है. इस कार्यक्रम में विभिन्न विभागों द्वारा प्रदर्शनी एवं स्टाल लगाए गए हैं, जिन में विभाग द्वारा संचालित योजनाओं एवं गतिविधियों की जानकारी दी जा रही है. मेले में कृषि संबंधी उपयोगी विभिन्न यंत्र, जिन में रोटावेटर, सीड ड्रिल, कृषि में ड्रोन का उपयोग आदि का प्रदर्शन भी किया गया.

कार्यक्रम के शुभारंभ पर स्थानीय विधायक मुकेश टंडन, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष तोरन सिंह दांगी, कृषि स्थाई समिति के अध्यक्ष अन्नु धनराज दांगी, सांसद प्रतिनिधि राकेश शर्मा, जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के पूर्व अध्यक्ष श्यामसुंदर शर्मा एवं अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे.

तोरण सिंह दांगी ने मेले में आए किसानों से प्रदर्शनी का अवलोकन कर अधिक से अधिक तकनीकी जानकारी लेने की सलाह दी. मुकेश टंडन ने कृषि विभाग को सलाह दी कि किसानों को समय पर सही सलाह मिल सके, ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित हो.

कृषि महाविद्यालय गंजबासोदा के डीन डा. विनोद गर्ग ने खेती में कम लागत वाली तकनीकों पर प्रकाश डाला. साथ ही, महाविद्यालय के वैज्ञानिक डा. केसी महाजन ने मिलेट यानी श्रीअन्न खाद्यान्नांे जैसे रागी, ज्वार, बाजरा, कोदो, कुटकी आदि के उत्पादन प्रसंस्करण और मनुष्य के लिए इन का पोषण में महत्व के बारे में विस्तार से बताया.

कृषि महाविद्यालय के ही घनश्याम जामलिया ने प्राकृतिक खेती के बारे में किसानों से बातचीत की. कार्यक्रम के शुभारंभ के अवसर पर कृषि विभाग के उपसंचालक केएस खपेड़िया द्वारा इस मेले के आयोजन के उद्देश्य एवं कृषि विभाग द्वारा की जा रही गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई.
कार्यक्रम का संचालन जिला सलाहकार डा. डीके तिवारी और राम लखन शर्मा द्वारा किया गया.

इस अवसर पर जिला मुख्यालय के साथसाथ खंड मुख्यालयों से आए किसानों ने सहभागिता ही नहीं निभाई, बल्कि कृषि क्षेत्र के संबंध में हुए नवाचारों से अवगत हुए और अपनी जिज्ञासाओं का समाधान किया.

उक्त कार्यक्रम में जिले के कृषि व्यापार संघ एवं अन्य कृषि आदान विक्रेता द्वारा भी प्रदर्शनी लगा कर बढ़चढ़ कर भाग लिया. मेले में किसानों से कृषि संबंधी प्रश्नोत्तरी भी की गई एवं सही जवाब देने वाले किसानों को पुरस्कृत भी किया गया.

कार्यक्रम के दौरान सहायक संचालक कृषि महेंद्र सिंह ठाकुर ने मेले में उपस्थित समस्त अतिथियों, किसानों, कृषि आदान सामग्री विक्रेता और महिलाओं का आभार जताया. विकासखंड तकनीकी प्रबंधक अशोक रघुवंशी ने मेले में किसानों को धन्यवाद दिया. इस अवसर पर कृषि विभाग के समस्त मैदान ए अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे.

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