जबलपुर : प्रदेश के पशुपालन एवं डेयरी राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार लखन पटेल ने पिछले दिनों पशु चिकित्सा विज्ञान महाविद्यालय के सभागार में देश के पहले राष्ट्रीय वेटरनरी सम्मेलन का शुभारंभ किया. एग्रीविजन संस्था द्वारा आयोजित 2 दिन के इस सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में विधायक अशोक रोहाणी, नानाजी देशमुख पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलगुरु डा. मनदीप शर्मा, वेटरनरी काउंसिल औफ इंडिया के अध्यक्ष डा. उमेश शर्मा, चेतस सुखाड़िया, शालिनी वर्मा, शुभम सिंह पटेल, डा. देवेंद्र पोधाड़े एवं तमाम विषय विशेषज्ञ उपस्थित थे.

राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार लखन पटेल ने सम्मेलन का उद्घाटन किया. पशुपालन एवं डेयरी राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) लखन पटेल ने सम्मेलन में जम्मूकश्मीर, हरियाणा, तेलंगाना सहित देश के विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से आए सभी विद्यार्थियों का स्वागत करते हुए कहा कि इस सम्मेलन में उन्हें कई नई चीजों को सीखने और समझने के अवसर मिलेगा.

उन्होंने सम्मेलन की सफलता की कामना करते हुए कहा कि वर्तमान समय में पशुपालन और पशु चिकित्सा का महत्व बढ़ता जा रहा है. पशुपालन ऐसा क्षेत्र है, जिसे अपना कर किसान अपनी आय बढ़ा सकते हैं. इस क्षेत्र को अपनाने वाले हर विद्यार्थी को इसे एक अच्छा अवसर मान कर अपना श्रेष्ठतम देने के प्रयास करने चाहिए. उन्हें निश्चित रूप से सफलता मिलेगी.

मंत्री लखन पटेल ने प्रदेश मंत्रिमंडल में पशुपालन जैसे विभाग की बागडोर देने पर मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव का आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि वे इस क्षेत्र को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने का हर संभव प्रयास करेंगे. पहली बार प्रदेश में पशुपालन विभाग का बजट 40 फीसदी बढ़ाया गया है. प्रदेश में पशु चिकित्सालयों को साधन संपन्न बनाने और सुविधाएं बढ़ाने के लिए किए जा रहे प्रयासों की जानकारी देते हुए बताया कि केंद्र शासन से भी उन्हें मदद मिल रही है. साथ ही, पशु चिकित्सा महाविद्यालयों में भी छात्रों को बेहतर शैक्षिक सुविधाएं मिलें, इस के लिए भी हर संभव कोशिशें की जा रही हैं.

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