बस्ती : विश्व स्तर पर वर्ष 2023 को इंटरनेशनल ईयर औफ मिलेट्स के तौर पर मनाया जा रहा है. इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश में मोटे अनाज यानी मिलेट्स की खेती को बढ़ावा देने के लिए मिलेट्स पुनरुद्धार कार्यक्रम शुरू किया है.
इसी को ध्यान में रख कर मिलेट्स का रकबा एवं उत्पादन बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा किसानों को प्राकृतिक खेती के गुर सिखाए जा रहे हैं. इस के लिए किसानों को प्रशिक्षित किया जा रहा है.
ये बातें कृषि विज्ञान केंद्र, बंजरिया, बस्ती में उत्तर प्रदेश मिलेट्स पुनरुद्धार कार्यक्रम के अंतर्गत मिलेट्स 2 दिवसीय जनपद स्तरीय क्षमतावर्धन (एक प्री-हार्वेस्ट) कार्यशाला के समापन अवसर पर मुख्य अतिथि जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने कहीं.
उन्होंने किसानों को मिलेट्स ‘‘श्री अन्न‘‘ (ज्वार, बाजरा, सांवा, कोदो, मड़ुवा/रागी, मक्का आदि) की खेती की उत्पादन/उत्पादकता को बढ़ावा देने के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया.
कृषि विज्ञान केंद्र, बस्ती के अध्यक्ष प्रो. एसएन सिंह द्वारा श्री अन्न की खेती के विषय में किसानों को विस्तृत जानकारी दी गई.
उपकृषि निदेशक, बस्ती अनिल कुमार द्वारा मिलेट्स ‘‘श्री अन्न‘‘ (ज्वार, बाजरा, सांवा, कोदो, मड़ुवा/रागी आदि) से किसानों को होने वाले लाभ एवं जनमानस के स्वास्थ्य लाभ के विषय में जानकारी दी गई.
कृषि वैज्ञानिक बीबी सिंह द्वारा उपस्थित किसानों से प्रश्नोत्तरी कर किसानों को सम्मानित किया गया. नेशनल अवार्डी प्रगतिशील किसान और सिद्धार्थ फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड के निदेशक राम मूर्ति मिश्र ने एफपीओ द्वारा उत्पादित मोटे अनाजों सावा, कोदो, रागी के प्रोसैसिंग से होने वाले लाभ पर जानकारी दी. उन्होंने मोटे अनाज के सेवन से सेहत को होने वाले लाभ से भी अवगत कराया.
इस मौके पर जिला कृषि अधिकारी मनीष सिंह, भूमि संरक्षण अधिकारी डा. राजमंगल चौधरी, जिला कृषि रक्षा अधिकारी रतन शंकर ओझा, डा. डीके श्रीवास्तव, डा. प्रेम शंकर, उप कृषि निदेशक कार्यालय के संकट हरण पांडेय, अमित कुमार सहित प्रगतिशील किसान बृजेंद्र पाल, अवधेश पांडेय, उपस्थित रहे.