किसानों को अपनी फसल की पैदावार की वाजिब कीमत मिल सके, इस के लिए सरकार ने उपज खरीद के लिए पंजीकरण की तिथियों का ऐलान किया है.
केंद्र सरकार ने खरीफ मौसम में मूंग के लिए 7,755 रुपए प्रति क्विंटल और उड़द के लिए 6,600 रुपए प्रति क्विंटल का न्यूनतम समर्थन मूल्य तय किया था. इस जायद सीजन में सरकार इसी मूल्य पर मूंग और उड़द खरीदेगी.
पंजीयन की शुरुआती तिथि जारी
मध्य प्रदेश के किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री कमल पटेल ने घोषणा की है कि वर्ष 2023-24 में मूंग और उड़द की समर्थन मूल्य पर खरीदी के लिए 8 मई से पंजीयन शुरू होगा.
जो किसान उड़द व मूंग की खेती करते हैं और अपनी उपज को उचित दामों पर बेचना चाहते हैं, वे 19 मई तक ग्रीष्मकालीन मूंग और उड़द फसलों का पंजीयन करवा लें.
सरकार ने मूंग फसलों की खरीद के लिए 32 जिलों और उड़द के लिए 10 जिलों में उपज खरीद करने का निर्णय लिया है. किसानों को अपनी फसल पैदावार का उचित मूल्य मिल सके, इस के लिए सरकार ने यह कदम उठाया है.
मध्य प्रदेश के 32 जिलों में मूंग और उड़द की खेती ज्यादा होती है. इन जिलों के किसान 8 मई से पंजीयन करवा कर अपनी मूंग या उड़द फसलों को बेच सकते हैं.
मूंग खरीद के लिए प्रदेश के 32 जिलों में पंजीयन होगा, जिन में नर्मदापुरम, नरसिंहपुर, रायसेन, हरदा, सीहोर, जबलपुर, देवास, सागर, गुना, खंडवा, खरगोन, कटनी, दमोह, विदिशा, बड़वानी, मुरैना, बैतूल, श्योपुरकलां, भिंड, भोपाल, सिवनी, छिंदवाड़ा, बुरहानपुर, छतरपुर, उमरिया, धार, राजगढ़,
मंडला, शिवपुरी, अशोक नगर, बालाघाट और इंदौर में पंजीयन केंद्र हैं.
उड़द के लिए 10 जिलों में जबलपुर, कटनी, नरसिंहपुर, दमोह, छिंदवाड़ा, पन्ना, मंडला, उमरिया, सिवनी और बालाघाट में पंजीयन करवा सकते हैं.
हाल ही के दिनों में रबी फसल उपज से किसानों को खासा नुकसान उठाना पड़ा था. कारण, बेमौसम बरसात व ओलों से फसल खराब हो गई थी, जिस से पैदावार पर बुरा असर पड़ा और किसानों की आय पर भी बुरा असर पड़ा.
अब उड़द व मूंग की उपज का बेहतर दाम किसानों को मिल जाए, तो किसानों को कुछ राहत जरूर मिलेगी.