मऊ : भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद-भारतीय बीज विज्ञान संस्थान, कुशमौर, मऊ में 28 अगस्त से 30 अगस्त तक चले तीनदिवसीय ‘कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम’ का 30 अगस्त, 2024 को समापन समारोह आयोजित किया गया.

निदेशक डा. संजय कुमार के दिशानिर्देशन में चल रहा यह कार्यक्रम कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंध अभिकरण (ATMA), कैमूर, बिहार द्वारा प्रायोजित किया गया. कार्यक्रम के अंतिम दिन किसानों को वैज्ञानिक डा. विनेश बनोथ ने संकर बीज उत्पादन तकनीकी पर जानकारी दी.

संस्थान के क्षेत्रीय केंद्र, बेंगलुरु से औनलाइन माध्यम द्वारा वैज्ञानिक डा. अंजिथा जौर्ज और डा. मंजनगौड़ा ने किसानों को बीज भंडारण, कीट प्रबंधन और मोटे अनाज की खेती से अवगत कराया. वहीं डा. गिरीश सी. एवं डा. शांताराजा ने भी गुणवत्तायुक्त बीज उत्पादन तकनीकों के विभिन्न विषयों पर अपने व्याख्यान दिए.

प्रधान वैज्ञानिक डा. अंजनी कुमार सिंह एवं वैज्ञानिक डा. आलोक कुमार ने किसानों के साथ उन की शंकाओं और सवालों पर समाधान देते हुए चर्चा की.

कार्यक्रम के समापन समारोह में किसानों से प्रशिक्षण के विषय में प्रतिक्रिया ली गई. निदेशक डा. संजय कुमार ने किसानों को आगे भी ऐसे कार्यक्रम में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए प्रोत्साहित किया. कार्यक्रम के समन्वयक वैज्ञानिक डा. आलोक कुमार ने कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम की रिपोर्ट प्रस्तुत की. किसानों को सफलतापूर्वक प्रशिक्षण पूरा करने के लिए सर्टिफिकेट प्रदान किया गया. कार्यक्रम के समन्वयक वैज्ञानिक डा. पवित्रा द्वारा धन्यवाद ज्ञापन दे कर कार्यक्रम समाप्त हुआ.

कार्यक्रम के समन्वयक संस्थान के प्रधान वैज्ञानिक डा. अंजनी कुमार सिंह ने बताया कि भारतीय बीज विज्ञान संस्थान, कुशमौर में गेहूं (HD 2967, DBW 187, HD 3249, DBW 303), सरसों (गिरिराज), मटर (IPFD 9-3), और चना (पूसा 3043) के उच्च गुणवत्ता बीज उपलब्ध हैं. उन्होंने किसानों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि किसान न केवल संस्थान से गुणवत्तायुक्त बीज ले सकते हैं, बल्कि बीज उत्पादन की प्रभावी तकनीकों के लिए भी संस्थान से संपर्क कर सकते हैं.

आगे की कहानी पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें

डिजिटल

(1 साल)
USD10
सब्सक्राइब करें

डिजिटल + 24 प्रिंट मैगजीन

(1 साल)
USD79
सब्सक्राइब करें
अधिक जानकारी के लिए क्लिक करें...