नई दिल्ली : बीएयू के लिए यह एक महत्वपूर्ण अवसर है, क्योंकि इस की परियोजना ‘किसानों की आजीविका के उत्थान के लिए कृषि नवाचार’ को भारत के प्रतिष्ठित स्कौच पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. यह सम्मान किसानों की आजीविका बढ़ाने के लिए विश्वविद्यालय के अभिनव प्रयासों और प्रतिबद्धता को दर्शाता है. इस पुरस्कार को नई दिल्ली के इंडिया हैबिटैट सैंटर मेँ कुलपति डा. डीआर सिंह ने ग्रहण किया.

स्कौच पुरस्कार उन लोगों, परियोजनाओं और संस्थानों का सम्मान करता है, जो भारत को एक बेहतर राष्ट्र बनाने के लिए अतिरिक्त प्रयास करते हैं. समाज में योगदान देने में उन की असाधारण उपलब्धियों के लिए यह पुरस्कार मिलता है.

विश्वविद्यालय ने अपने प्रोजैक्ट के महत्वपूर्ण प्रभाव और क्षमता का प्रदर्शन करते हुए पहले ही ग्रैंड फिनाले मेँ स्थान सुरक्षित कर लिया है.

कुलपति डा. डीआर सिंह ने विश्वविद्यालय की परियोजना को मान्यता देने और इसे पुरस्कृत करने के लिए स्कौच अधिकारियों के प्रति आभार व्यक्त किया. उन्होंने बिहार के कृषक समुदाय के प्रति विश्वविद्यालय के समर्पित कार्य की सफलता पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि पुरस्कृत की गई यह परियोजना अन्य फसलों के साथसाथ धान, गेहूं, मक्का, बैगन और परवल जैसी आवश्यक फसलों की नई किस्मों को विकसित करने पर केंद्रित है. इस के अतिरिक्त, विश्वविद्यालय उत्पादकता में सुधार लाने के उद्देश्य से नई कृषि प्रौद्योगिकियों को आगे बढ़ाने में सब से आगे है.

डा. डीआर सिंह ने इन नवाचारों के प्रसार में विश्वविद्यालय के प्रयासों पर भी प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि अपने मीडिया सैंटर, सोशल मीडिया प्लेटफार्म और ज्ञान वाहन पहल के माध्यम से, विश्वविद्यालय यह सुनिश्चित करता है कि मूल्यवान जानकारी और प्रौद्योगिकियां किसानों तक प्रभावी ढंग से पहुंचें.
बिहार कृषि विश्वविद्यालय को मिले यह अवार्ड किसानों के प्रति बीएयू की प्रतिबद्धता को दर्शाता है.

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