उदयपुर : 29 मई 2023. महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्विद्यालय के संघटक सामुदायिक एवं व्यावहारिक विज्ञान महाविद्यालय के प्लेसमेंट सेल एंड इनफार्मेशन ब्यूरो द्वारा प्लेसमेंट और फैलोशिप संबंधी उपलब्ध संस्थानों/संस्थाओं के आमुखीकरण के उद्देश्य से छात्रहितधारक संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया. स्वागत करते हुए महविद्यालय की अधिष्ठाता डा. मीनू श्रीवास्तव ने कहा कि हितधारक निर्णयों को सूचित करने में मदद करते हैं, जो दीर्घकालिक स्थिरता के लिए आवश्यक सहायता प्रदान करते हैं. विशेष रूप से, हितधारक छात्रछात्राओं को सशक्त बनाने और निर्णय लेने की प्रक्रिया में लैस करने में मददगार होते हैं.
आयोजन सचिव डा. गायत्री तिवारी प्रोफैसर, मानव विकास एवं पारिवारिक अध्ययन विभाग व इंचार्ज, प्लेसमेंट सेल एंड इनफार्मेशन ब्यूरो ने बताया कि कार्यक्रम का उद्देश्य. प्रतिभागियों को सामुदायिक सेवा के कामों से संबंधित रोजगार, फैलोशिप और इंटर्नशिप के विषय में आमुखीकरण करना था.
उन्होंने आगे बताया कि बदलते दौर में रोजगार के प्रकार में बहुत सा बदलाव आया है. समय आ गया है कि नई पीढ़ी को सेवा साधक के स्थान पर सेवा प्रदाता के रूप में तैयार किया जाए. सामुदायिक और व्यावहारिक विज्ञान महाविद्यालय होने के कारण से ये ज्यादा महत्वपूर्ण हो गया है कि नौजवानों को इस दिशा में सबल किया जाए.
इस अवसर पर 2 सत्रों का_ आयोजन किया गया. पहले सत्र में जतन संस्थान के प्रोग्राम मैनेजर मनीष और दिव्यांशु पाठक और ब्लौक कोआर्डिनेटर, हर्ष शर्मा द्वारा पावरप्वाइंट के माध्यम से स्टूडेंट्स मोबिलाइजेशन इनिशिएटिव फौर लर्निंग थ्रू एक्सपोजर (स्माइल) की जानकारी दी गई, जिस में स्माइल और यूथ अड्डा की आवश्यकता, महत्व, उद्देश्यों के साथ ही कार्यक्रम के दौरान दिए जाने वाले प्लेसमेंट और फैलोशिप के विषय में विस्तार से चर्चा की गई.
दूसरे सत्र में बेसिक हेल्थ सर्विसेज (बीएचएस) की डा. संजना मोहन, न्युट्रिशन प्रोग्राम मैनेजर और न्युट्रिशन डायरैक्टर डा. नूपुर आडी ने बताया कि यह एक गैरलाभकारी संगठन है, जो समुदाय में निहित एक उत्तरदायी, सहानुभूतिपूर्ण प्राथमिक स्वास्थ्य ‘देखभाल का चक्र’ प्रदान करता है. उत्तरदायी प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल और पोषण सेवाओं के नेटवर्क के माध्यम से बीएचएस सब से कमजोर समुदायों तक पहुंचता है. बीएचएस मानव संसाधन और प्रौद्योगिकी में नवाचारों के संयोजन का उपयोग करते हुए निवारक, प्रोत्साहक और उपचारात्मक देखभाल की निरंतरता प्रदान करता है.
सत्र में प्रतिभागियों को संस्था द्वारा की जा रही विविध गतिविधियों में वालंटियर की आवश्यकता और जिम्मेदारियां, संभावित भावी रोजगार से अवगत कराया गया.
इस अवसर पर डा. विशाखा सिंह, विभागाध्यक्ष, आहार विज्ञान व पोषण विभाग, डा. सुमित्रा मीणा, डा. कीर्ति खुराना, फिजिशियन, डा. मयंक खुराना, फिजियोथेरेपिस्ट, डा. दशरथ चुंडावत, कम्युनिटी कोआर्डिनेटर, संजय चित्तौड़ा, आद्या झा, इंडिया फैलो की सक्रिय भागीदारी रही.
प्रश्नोत्तरी सत्र में प्रतिभागियों की शंकाओं का समाधान किया गया. संचालन और संयोजन यंग प्रोफैशनल डा. स्नेहा जैन ने किया.