हिसार : चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में 2 दिवसीय कृषि मेला खरीफ 2024 में किसानों की भारी गहमागहमी रही. मेले में हरियाणा सहित दिल्ली, पंजाब, राजस्थान और उत्तर प्रदेश राज्यों से तकरीबन 40 हजार किसान शामिल हुए.
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बीआर कंबोज के अनुसार, मेले में किसानों ने तकरीबन 21.08 लाख रुपए के खरीफ फसलों व सब्जियों की उन्नत व सिफारिशशुदा किस्मों के प्रमाणित बीज और तकरीबन 46 हजार, 600 रुपए के फलदार पौधे व सब्जियों के बीज खरीदे.
उल्लेखनीय है कि किसानों को आगामी खरीफ मौसम की फसलों व सब्जियों के बीज और फलों की नर्सरी उपलब्ध कराने के लिए विश्वविद्यालय ने मेला स्थल पर सरकारी बीज एजेंसियों के सहयोग से बीज बिक्री की पर्याप्त व्यवस्था की थी. बीज के अलावा किसानों ने 6,500 रुपए के जैव उर्वरक और 13 हजार रुपए का कृषि साहित्य भी खरीदा.
विस्तार शिक्षा निदेशक डा. बलवान सिंह मंडल ने बताया कि मेले में किसानों को विश्वविद्यालय के अनुसंधान फार्म का भ्रमण करवा कर उन्हें वैज्ञानिक विधि से उगाई गई फसलों के प्रदर्शन प्लाट दिखाए जा रहे हैं और उन्हें जैविक व प्राकृतिक खेती, खेती में प्राकृतिक संसाधन संरक्षण, कृषि उत्पादन व गुणवत्ता बढ़ाने व फसल लागत कम करने से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियां दी जा रही हैं.
इस अवसर पर किसानों ने विश्वविद्यालय की ओर से मिट्टी व पानी जांच के लिए की गई व्यवस्था का भी लाभ उठाया और उन्होंने कुल 168 नमूने टैस्ट करवाए. इन के अतिरिक्त किसानों ने प्रश्नोत्तरी सभाओं में भाग ले कर वैज्ञानिकों से कृषि व पशुपालन संबंधी अपनी समस्याओं एवं शंकाओं को दूर किया और उन के लिए आयोजित हरियाणवी सांस्कृतिक कार्यक्रम में मनोरंजन किया.
संयुक्त निदेशक विस्तार डा. कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि मेले में लगाई गई कृषि औद्योगिक प्रदर्शनी किसानों के आकर्षण का विशेष केंद्र रही. इस प्रदर्शनी में कुल 248 स्टाल लगाए गए हैं. इन स्टालों पर विश्वविद्यालय और गैरसरकारी एजेसियों व मल्टीनैशनल कंपनियों द्वारा कृषि प्रौद्योगिकी, मशीनें, यंत्र आदि प्रदर्शित किए गए, जिन पर किसानों की भारी भीड़ रही.