मऊ: निदेशक डा. संजय कुमार के मार्गदर्शन में भारतीय कृषि अनुसन्धान परिषद-भारतीय बीज विज्ञान संस्थान, कुशमौर, मऊ में चल रहे श्रीअन्न की वैज्ञानिक खेती पर तीनदिवसीय कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत 12 सितंबर, 2024 को विभिन्न विषयों पर परिचर्चा व प्रायोगिक कक्षाएं कराईं गईं.

संस्थान के बैंगलुरु स्टेशन से औनलाइन माध्यम से जुड़े वैज्ञानिक डा. शांताराजा द्वारा मोटे अनाजों में बीज प्रमाणीकरण के महत्त्व, प्रक्रियाएं और न्यूनतम बीज प्रमाणीकरण मानकों के बारे में तथा वैज्ञानिक डा. मन्जनगौड़ा द्वारा प्रमुख मोटे अनाजों के गुणवत्तायुक्त बीज उत्पादन के लिए कृषि संबंधी पद्धतियों के बारे में जानकारी दी गई.

वैज्ञानिक डा. पवित्रा वी. ने भागीदारी मोड के तहत गुणवत्तापूर्ण बीज उत्पादन की योजना और संगठन के बारे में प्रकाश डाला. वैज्ञानिक डा. कुलदीप जायसवाल ने आणविक उपकरणों के माध्यम से बीजों के शुद्धता का आकलन कैसा किया जा सकता है, इस पर किसानों के साथ चर्चा की तथा वैज्ञानिक डा. बनोथ विनेश द्वारा मोटे अनाजों में संकर बीज उत्पादन प्रौद्योगिकी के बारे में जानकारी दी गई.

वैज्ञानिक डा. आलोक कुमार के नेतृत्व में कृषकों ने भारतीय बीज विज्ञान संस्थान, मऊ में बीज प्रसंस्करण, बीज गोदाम इकाई और बीज उत्पादन भूखंडों का क्षेत्रीय दौरा किया. उन्होंने कृषकों को प्रक्षेत्र में बोए गए धान की विभिन्न किस्मों के बारे में जानकारी दी. संस्थान के अन्य वैज्ञानिकों के साथ कृषकों ने चर्चा की तथा लाभान्वित हुए.

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