निदेशालय प्रसार शिक्षा, कृषि विश्वविद्यालय, कोटा में प्रसार शिक्षा संस्थान, भारत सरकार, आनंद (गुजरात) के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित 3 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम पिछले दिनों सफलतापूर्वक संपन्न हुआ. कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि डा. आरके राय, पूर्व प्रमुख, शस्य विज्ञान विभाग, भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली ने प्रतिभागियों को प्रशिक्षण प्रबंधन, प्रशिक्षण विधि, प्रशिक्षण आवश्यकता आकलन और प्रशिक्षण परिणाम के महत्व पर जोर दिया.

उन्होंने स्किल डवलपमैंट, प्रशिक्षण प्रबंधन को प्रभावी बनाने के लिए प्रेरणा देने के तरीके, प्रशिक्षण दस्तावेज और रिपोर्ट तैयार करने के व्यावहारिक सुझाव और सार्वजनिक बोलने की महत्ता पर बल देते हुए बताया कि इन विषयों के माध्यम से किसान और विद्यार्थियों को दिए जाने वाले कौशल विकास प्रशिक्षणों को अधिक प्रभावी बनाया जा सकता है.

समापन सत्र में डा. मान सिंह, पूर्व परियोजना निदेशक, वाटर टैक्नोलौजी सैंटर, भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली ने बताया कि संचार कौशल, संचार अवरोध पर अभ्यास, आत्मविश्लेषण, संघर्ष प्रबंधन कौशल जैसे विषयों के माध्यम से प्रभावी प्रशिक्षण प्रबंधन और प्रशिक्षण प्रभाव को अनुकूलित किया जा सकता है. इस से विश्वविद्यालय की प्रशिक्षण प्रणाली की गुणवत्ता में सुधार लाया जा सकता है.

कार्यक्रम में प्रसार शिक्षा निदेशक डा. प्रताप सिंह, निदेशक पीएम ऐंड ई. डा. मुकेश गोयल, निदेशक मानव संसाधन डा. महेंद्र सिंह, और प्रसार शिक्षा संस्थान, भारत सरकार, आनंद से डा. एसी जतापरा एवं डा. राज सिंह राठौड़ ने प्रतिभागियों को विभिन्न विषयों जैसे मोटिवेशन कौशल, प्रभावी प्रशिक्षण प्रबंधन के लिए सुझाव, सीडीआर निर्माण, स्वाट विश्लेषण आदि पर व्याख्यान और व्यावहारिक अनुभव साझा किए.

विश्वविद्यालय की विभिन्न इकाइयों के वैज्ञानिकों, अधिकारियों और कर्मचारियों ने सक्रिय भागीदारी कर प्रशिक्षण के लाइजन अधिकारी डा. कमल चंद मीणा, डा. राकेश कुमार बैरवा के द्वारा इस प्रशिक्षण कार्यक्रम को सफल बनाया. प्रतिभागियों ने प्रशिक्षण के माध्यम से नई प्रेरणा और कार्यकुशलता के साथ अपने कार्यक्षेत्र में सफलता प्राप्त करने का संकल्प लिया.

अधिक जानकारी के लिए क्लिक करें...