नई दिल्ली : 19 मार्च, 2023, ग्लोबल मिलेट्स (श्री अन्न) सम्मेलन में शामिल विभिन्न देशों के कृषि मंत्रियों के साथ केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की द्विपक्षीय बैठकें हुईं. साथ ही, संयुक्त राष्ट्र के विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए.
इस दौरान नरेंद्र सिंह तोमर ने भारत द्वारा अंतर्राष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष (आईवाईएम) के अंतर्गत, श्री अन्न को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित वैश्विक सम्मेलन का हिस्सा बनने के लिए इन मंत्रियों को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष इसलिए मनाया जा रहा है, ताकि भारतीय श्री अन्न, उन के व्यंजनों व मूल्यवर्धित उत्पादों को एक जनांदोलन के रूप में वैश्विक स्तर पर स्वीकारा जा सके.
केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने गयाना के कृषि मंत्री जुल्फिकार मुस्तफा के साथ बैठक में वहां के राष्ट्रपति डा. मोहम्मद इरफान अली व उपराष्ट्रपति भरत जगदेव की भारत यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि कृषि दोनों देशों के बीच सहयोग का एक बहुत महत्त्वपूर्ण क्षेत्र है.
उन्होंने भारतगयाना के संबंधों में सतत प्रगति पर खुशी व्यक्त करते हुए कृषि व संबद्ध क्षेत्रों में ठोस सहयोग की आशा प्रकट की. उन्होंने गुयाना को कच्चे तेल की विशाल खोज के लिए बधाई देते हुए कहा कि इस से गुयाना एक प्रमुख ऊर्जा निर्यातक के रूप में स्थापित हो सकेगा, जिस में वहां के लोगों के जीवन को बदलने की क्षमता है.
उन्होंने भारत व गुयाना के बीच कृषि और कृषि प्रसंस्करण उद्योग में सहयोग की अपार संभावनाएं भी जताते हुए कहा कि दोनों देश एकदूसरे के पूरक हैं, क्योंकि गुयाना में व्यापक कृषि योग्य भूमि व पानी की उपलब्धता है और भारत के पास प्रौद्योगिकी, विशेषज्ञता एवं कुशल जनशक्ति है, जिस से दोनों देश लाभान्वित हो सकते हैं.
कृषि पर संयुक्त कार्य समूह की दूसरी बैठक के दौरान हुई चर्चा अनुसार 5 वर्षों (2023-27) के लिए संयुक्त कार्ययोजना का मसौदा जल्द तैयार होने की नरेंद्र सिंह तोमर ने आशा जताई व कहा कि हम सूरीनाम से भारत को लकड़ी निर्यात सुविधा प्रदान करेंगे.
2021-22 में भारत से सूरीनाम को 4.34 मिलियन अमेरिकी डौलर का कृषिसंबद्ध वस्तुओं का निर्यात हुआ.
जांबिया के कृषि मंत्री रूबेन फिरी मटोलो के साथ बैठक में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि भारत व जांबिया के बीच लंबे समय से मधुर संबंध हैं. जांबिया समृद्ध प्राकृतिक संसाधनों के साथ विभिन्न क्षेत्रों में भारतीय निवेश के लिए महत्त्वपूर्ण गंतव्य बना है.
मौरीशस के कृषि उद्योग और खाद्य सुरक्षा मंत्री मनीष गोबिन के साथ बैठक में नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि भारत के ऐतिहासिक, जनसांख्यिकीय व सांस्कृतिक कारणों से मौरीशस के साथ घनिष्ठ, दीर्घकालिक संबंध हैं. भारतीय मूल के लोग द्वीप की 1.2 मिलियन की आबादी का तकरीबन 70 फीसदी शामिल हैं.
मौरीशस उन कुछ महत्त्वपूर्ण देशों में से एक है, जिस के साथ स्वतंत्र भारत ने 1948 में मौरीशस की स्वतंत्रता से भी पहले राजनयिक संबंध स्थापित किए.
नरेंद्र सिंह तोमर व श्रीलंका के कृषि मंत्री महिंदा अमरवीरा के बीच बैठक में कृषि के विषयों पर चर्चा हुई. उन्होंने कहा कि भारत व श्रीलंका में आबादी का एक महत्त्वपूर्ण हिस्सा कृषि पर निर्भर है और इस क्षेत्र को आगे ले जाने के लिए दोनों पक्षों की प्राथमिकताएं बहुत समान हैं. इस प्रकार, कृषि क्षेत्र में दोनों पक्षों के बीच सहयोग स्वाभाविक हो जाता है. भारत परंपरागत रूप से श्रीलंका के सब से बड़े व्यापार भागीदारों में से एक रहा है और श्रीलंका सार्क में भारत के सब से बड़े व्यापार भागीदारों में से एक है.
वैश्विक सम्मेलन के दौरान डब्ल्यूएफपी व भारत सरकार के बीच 2023-27 में सहयोग के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की उपस्थिति में किए गए. इस दौरान यूएनडब्ल्यूएफपी के उपमुख्य कार्यकारी निदेशक, प्रबंधन व मुख्य वित्तीय अधिकारी मनोज जुनेजा और भारत में डब्ल्यूएफपी प्रतिनिधि और कंट्री डायरैक्टर एलिजाबेथ फौरे सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे.
आइसक्रीम और लाइव कुकिंग काउंटर
अंतर्राष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष-2023 के अंतर्गत आयोजित ग्लोबल मिलेट्स (श्री अन्न) सम्मेलन के दौरान लगाई प्रदर्शनी में पहुंचे केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने श्री अन्न से बनें स्वादिष्ठ आइसक्रीम का स्वाद लिया और इस के स्टाल संचालक को इस नवाचार के लिए बधाई व शुभकामनाएं दीं. साथ ही, उन्होंने इंडियन फैडरेशन औफ कलनरी एसोसिएशन के लाइव कुकिंग काउंटर पर भारतीय श्री अन्न के साथ एशियन सलाद बनाया और इसे स्वयं चखने के साथ ही केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी, सचिव मनोज आहूजा, अन्यों को भी खिलाया. उन्होंने अन्य स्टाल का भी दौरा किया. प्रदर्शनी देखने के लिए स्कूलकालेजों के विद्यार्थियों का तांता लगा रहा. 2 दिन में हजारों बच्चे यहां आए.