नई दिल्ली : केंद्रीय कृषि व किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम में निमंत्रित किसानों से संवाद और राष्ट्रीय नाशीजीव (कीट) निगरानी प्रणाली के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि हम सभी जानते हैं कि आजादी हमें चांदी की तस्तरी पर भेंट नहीं की गई है. हजारों लोग फांसी के फंदे पर हंसतेहंसते झूल गए थे. हमारे अमर क्रांतिकारी आजादी के तराने गाया करते थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज देश के लिए मरने की नहीं, जीने की आवश्यकता है. आजादी के महोत्सव में देश के गांवगांव से किसान पधारे हैं. किसान देश की धड़कन हैं और जनता के दिल की धड़कन हैं. किसान जो पैदा करते हैं, उस से सभी के दिल धड़क रहे हैं. किसान हमारे लिए बहुमूल्य हैं. हमें अन्नदाता को सुखी और समृद्ध बनाना है.
कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हम प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में 6 तरह के काम करेंगे – उत्पादन बढ़ाना. हमें उत्पादन बढ़ाना है, उस के लिए बीज, अभी प्रधानमंत्री मोदी ने 109 प्रकार के ज्यादा उपज देने वाले बीज किसानों को समर्पित किए. वैज्ञानिकों के अनुसंधान की जानकारी किसानों को होनी चाहिए. हमारा काम किसानों और वैज्ञानिकों को जोड़ना है. कई बार किसानों को जानकारी नहीं होती, तो वे गलत कीटनाशक का प्रयोग करते हैं, इस की जानकारी होना जरूरी है. विज्ञान का फायदा तुरंत किसानों को मिले, इस के लिए हम महीने में एक दिन किसानों की बात कार्यक्रम शुरू करेंगे. रेडियो पर ये कार्यक्रम होगा, इस में वैज्ञानिक बैठेंगे, कृषि विभाग के अधिकारी बैठेंगे, मैं भी बैठूंगा और किसानों को जोजो जरूरी है, उस के बारे में जानकारी दी जाएगी. कृषि विज्ञान केंद्र को पूरी तरह से किसानों से जोड़ने की जरूरत है. वैज्ञानिक लाभ को तुरंत किसानों तक पहुंचाने का काम होगा. अब जल्दी ही किसानों के बीच चर्चा होगी, विचारविमर्श होगा, जिस से खेती से हम फूड बास्केट बनने का चमत्कार कर सकें.
कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जानकारी देते हुए कहा कि किसानों का बजट एक समय 27 हजार करोड़ रुपए था, प्रधानमंत्री मोदी ने इस बजट को बढ़ा कर 1.52 लाख करोड़ रुपए कर दिया. किसानों को सब्सिडी पर खाद मिलती है. आजकल वे लोग किसानों की बात करते हैं, जिन का खेती से कोई लेनादेना ही नहीं है. उन्होंने खेत नहीं देखे, खेत की फसल नहीं देखी, उन को पता ही नहीं है कि गेहूं की बाली कैसी होती है.
कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि किसान जितना भी तुअर, मसूर, उड़द उगाएंगे, वो सब सरकार खरीदेगी. पहले के जमाने में तो खरीद ही नहीं होती थी. पुरानी सरकार में दाल की खरीदी केवल 6 लाख मीट्रिक टन की गई थी. मोदी सरकार ने 1.70 करोड़ मीट्रिक टन दाल खरीदी. उत्पादन की लागत घटाने के प्रयास भी जारी हैं. पीएम किसान सम्मान निधि के तहत अब तक 3.24 लाख करोड़ रुपए डाल दिए गए हैं किसानों के खातों में.
उन्होंने कहा कि पीएम फसल बीमा योजना आज दुनिया की सब से बड़ी फसल बीमा योजना है. हम निरंतर प्रयत्न करेंगे कि उस में सुधार करते रहें. कृषि का विविधीकरण हमें करना है. इस से किसान को ज्यादा फायदा होगा.
मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किसानों से आग्रह किया कि वे मृदा का स्वास्थ्य ठीक करने के लिए अपने खेत के कुछ हिस्से में प्राकृतिक खेती करें. इस के लिए मिशन बहुत जल्दी आने वाला है. इस की रूपरेखा बन गई है. एफपीओ और बनने चाहिए. इस से हम कई तरह के काम कर के अपनी आय बढ़ा सकते हैं.