नई दिल्ली/भोपाल : 26 सितंबर 2023. देशव्यापी नौवां रोजगार मेला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मुख्य आतिथ्य में हुआ, जिस में नवनियुक्त तकरीबन 51 हजार युवाओं को नियुक्तिपत्र वितरित किए गए. देशभर से चुने गए ये युवा डाक विभाग, भारतीय लेखा परीक्षा एवं लेखा विभाग, परमाणु ऊर्जा विभाग, राजस्व विभाग, उच्च शिक्षा विभाग, रक्षा मंत्रालय, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय सहित विभिन्न मंत्रालयों/विभागों में पदस्थ होंगे.

46 स्थानों पर रोजगार मेला

भोपाल में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के आतिथ्य में आयोजन हुआ, जहां उन्होंने नियुक्तिपत्र बांटे.

इस दौरान उन्होंने कहा कि युवाओं का सेवा के प्रति समर्पण देश को अपने लक्ष्यों को पूरा करने में सक्षम बनाएगा. नारी शक्ति अधिनियम का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश ऐतिहासिक उपलब्धियों का गवाह बन रहा है.

नई भरतियों में महिलाओं की महत्वपूर्ण उपस्थिति को स्वीकार करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश की बेटियां हर क्षेत्र में नाम रोशन कर रही हैं. मुझे नारी शक्ति की उपलब्धि पर बहुत गर्व है. सरकार की नीति है कि उन के विकास के लिए नए रास्ते खोले जाएं. किसी भी क्षेत्र में महिलाओं की उपस्थिति से हमेशा हर क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव आया है.

नए भारत की बढ़ती आकांक्षाओं का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस नए भारत के सपने ऊंचे हैं, भारत ने वर्ष 2047 तक विकसित देश बनने का संकल्प लिया है.

उन्होंने आगे यह भी कहा कि आज के युवा प्रौद्योगिकी के साथ बड़े हुए हैं, जिन से अपने कार्यक्षेत्र में इस का उपयोग करने एवं शासन की दक्षता में सुधार करने पर जोर दिया.

सरकार में प्रौद्योगिकी के उपयोग के बारे में विस्तार से बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने औनलाइन रेलवे आरक्षण, आधारकार्ड, डिजिलाकर, ईकेवाईसी, गैस बुकिंग, बिल भुगतान, डीबीटी, डिजीयात्रा द्वारा दस्तावेजीकरण की जटिलता को समाप्त करने का उल्लेख किया.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 9 वर्षों में सरकार की नीतियां नई मानसिकता, निरंतर निगरानी, मिशन मोड कार्यान्वयन व जनभागीदारी पर आधारित हैं, जिस ने महत्वपूर्ण लक्ष्यों को पूरा करने का मार्ग प्रशस्त किया है.

‘स्वच्छ भारत’ व ‘जल जीवन मिशन’ जैसे अभियानों का उदाहरण देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरकार के मिशन मोड कार्यान्वयन दृष्टिकोण पर प्रकाश डाला, जहां संतृप्ति प्राप्त करने के प्रयास किए जा रहे हैं. देशभर में परियोजनाओं की लगातार निगरानी की जा रही है.

उन्होंने प्रगति प्लेटफार्म का उदाहरण देते हुए, जिस का उपयोग स्वयं प्रधानमंत्री द्वारा किया जा रहा है, इस बात पर जोर दिया कि ये सरकारी कर्मचारी ही हैं, जो सरकारी योजनाएं जमीनी स्तर पर लागू करने की सर्वोच्च जिम्मेदारी निभाते हैं. जब लाखों युवा सरकारी सेवाओं में शामिल होते हैं, तो नीति कार्यान्वयन की गति व पैमाने को बढ़ावा मिलता है, जिस से सरकारी क्षेत्र के बाहर भी रोजगार को बढ़ावा मिलता है, नए रोजगार ढांचे की स्थापना होती है.

जीडीपी में वृद्धि और उत्पादन एवं निर्यात में उछाल के बारे में बात करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आधुनिक बुनियादी ढांचे में अभूतपूर्व निवेश का उल्लेख किया. साथ ही, नवीकरणीय ऊर्जा, जैविक खेती, रक्षा, पर्यटन जैसे क्षेत्रों के बारे में उन्होंने बात की, जो नई जीवंतता दिखा रहे हैं. हमारा आत्मनिर्भर अभियान मोबाइल फोन से ले कर एयरक्राफ्ट कैरियर तक, कोरोना वैक्सीन से ले कर फाइटर जेट तक के क्षेत्रों में परिणाम दिखा रहा है.

उन्होंने यह भी कहा कि युवाओं के लिए नए अवसर सामने आ रहे हैं. देश व नवनियुक्तों के जीवन में 25 वर्षों के अमृतकाल के महत्व को दोहराते हुए टीम वर्क को सर्वोच्च प्राथमिकता देने को भी कहा.

Appointment Letterभोपाल में रोजगार मेले में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि पीएम मोदी की कार्यकुशलता के कारण ही रोजगार मेलों के माध्यम से युवाओं को रोजगार मिलना संभव हो पा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र ने लाल किले से कहा था कि एक साल में 10 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी देंगे, यह वादा पूरा हो रहा है.

कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि भारत युवा देश है और जब बड़ी संख्या में युवा होंगे, तो रोजगार व हर हाथ को काम की आवश्यकता होना स्वाभाविक है. रोजगार की दिशा में सरकारी नौकरी तो एक साधन है, इस के अलावा निजी उद्यमों को बढ़ावा, स्वरोजगार, स्टार्टअप्स को प्रोत्साहन जैसे अन्य साधनों की समग्रता के साथ जब काम होता है, तभी आवश्यकता की पूर्ति होती है. प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत सरकार इसी तरह के विभिन्न आयामों पर काम कर रही है. वर्ष 2014 से पहले देश में गिनती के स्टार्टअप ही हुआ करते थे. स्टार्टअप द्वारा रोजगार की पूर्ति होती रहे और ये रोजगार देने की स्थिति में आएं, इसलिए पिछले 9 वर्षों में इन्हें प्रोत्साहित किया गया और आज देश में लगभग 90 हजार स्टार्टअप काम कर रहे हैं. इसी तरह हमारे आसपास अधोसंचरनाओं का विकास हो रहा है, उन से भी रोजगार के अवसर सृजित हो रहे हैं. निजी क्षेत्रों में ही सही, रोजगार के अवसर खुल रहे हैं, जिस से अर्थव्यवस्था को भी बल मिल रहा है. आने वाले कल में देश के हर व्यक्ति को रोजगारस्वरोजगार उपलब्ध हो सके, इस के लिए मेक इन इंडिया, स्किल इंडिया, स्टार्टअप इंडिया, स्टैंडअप इंडिया जैसे रोजगार सृजित करने वाले कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं.

जब पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन के बारे में कहा तो लोगों को लगता था कि ये नारे हैं, लेकिन आप इन की वेबसाइट्स पर जा कर देखेंगे तो पता चलेगा कि इन के जरीए देश में बड़ी संख्या में बेरोजगारी का समाधान हो रहा है. देश की आजादी के 75 वर्षों में हम ने काफीकुछ खोया भी है व पाया भी है. एक समय था, जब भारत कुछ भी बोले तो लोग इसे मजाक में लेते थे. गत 9 वर्षों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में छोटीछोटी गैप्स को पाटने का काम हुआ है, आज यह स्थिति है कि भारत कोई संकल्प लेता है, तो दुनिया उस का समर्थन करती है, बड़े देश भी समर्थन में खड़े रहते हैं. हम कहें कि वर्ष 2047 में भारत विकसित बनेगा, तो दुनिया में कोई अविश्वास नहीं करेगा. युवा पीढ़ी का कर्तव्य है कि नौकरी के साथ दायित्व ठीक से पूरे करें.

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