नई दिल्ली : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन और कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने नई दिल्ली में एक कार्यक्रम में कृषि ऋण (केसीसी और एमआईएसएस) और फसल बीमा (पीएमएफबीवाई/आरडब्ल्यूबीसीआईएस) पर केंद्रित पहल का अनावरण किया. इस मौके पर कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने 3 पहलें शुरू की हैं, किसान ऋण पोर्टल (केआरपी), मौसम सूचना नेटवर्क डेटा सिस्टम (विंड्स) पर मैनुअल, केसीसी घरघर अभियान, एक महत्वाकांक्षी अभियान, जिस का लक्ष्य देशभर के प्रत्येक किसान तक किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) योजना का लाभ पहुंचाना है. इन पहलों का उद्देश्य कृषि में क्रांति लाना, वित्तीय समावेशन को बढ़ाना, डेटा उपयोग को अनुकूलित करना और देशभर में किसानों के जीवन में सुधार करना है.

इस अवसर पर अपने संबोधन में निर्मला सीतारमन ने घरघर केसीसी अभियान की सफलता के लिए बैंकों को पूरा सहयोग का आश्वासन दिया.

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने किसानों को आसान अल्पकालिक ऋण सुनिश्चित करने और इस योजना से जुड़ने के लिए केसीसी योजना के तहत पर्याप्त धन आवंटित किया है.

Farmingवित्त मंत्री निर्मला सीतारमन ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (पीएमएफबीवाई) की पहल और सफल कार्यान्वयन के लिए कृषि मंत्रालय की सराहना की. उन्होंने यह भी कहा कि अब तक किसानों को 29,000 करोड़ रुपए से अधिक की प्रीमियम राशि के मुकाबले 1,40,000 करोड़ रुपए से अधिक की बीमा राशि वितरित की जा चुकी है.

उन्होंने चावल और गेहूं की फसल के उत्पादन के वास्तविक समय के अनुमान की भी सराहना की और इस अनुमान को दलहन और तिलहन की फसलों तक बढ़ाने का आह्वान किया ताकि जरूरत पड़ने पर उन के आयात के लिए बेहतर योजना बनाई जा सके.

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन ने कहा कि फसलों के वास्तविक समय आकलन से अर्थव्यवस्था को मदद मिलेगी और फसल सीजन के अंत में किसानों के लिए सही कीमतें सुनिश्चित होंगी.

उन्होंने क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और सहकारी बैंकों के पूर्ण स्वचालन का भी आह्वान किया और वित्तीय सेवा विभाग को इन बैंकों के लिए ऋण मंजूरी और ऋण वितरण के बीच अंतर का अध्ययन करने का निर्देश दिया.

कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने अपने संबोधन में वर्तमान सरकार द्वारा कृषि और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को दिए गए महत्व पर प्रकाश डाला. वहीं उन्होंने यह भी बताया कि कृषि मंत्रालय का बजट वर्ष 2013-14 में 23,000 करोड़ रुपए से बढ़ कर वर्ष 2023-24 में 1,25,000 करोड़ रुपए हो गया है.

विंड्स मैनुअल के बारे में बात करते हुए कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि इस का उद्देश्य वास्तविक समय की मौसम की जानकारी सुनिश्चित करना है, ताकि किसान सही समय पर अपनी फसलों के लिए सावधानी बरत सकें.

साथ ही, उन्होंने आगे यह भी कहा कि कृषि के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग और पारदर्शिता महत्वपूर्ण है और इस सरकार ने इस संबंध में आवश्यक कदम उठाए हैं.

कृषि मंत्री ने बताया कि पीएम किसान सम्मान निधि के तहत लगभग 9 करोड़ लाभार्थी हैं और केसीसी घरघर अभियान का उद्देश्य लगभग 1.5 करोड़ लाभार्थियों को जोड़ना है, जो अभी तक केसीसी योजना से नहीं जुड़े हैं.

कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कोरोना महामारी के दौरान भी किसानों को लगभग 2 करोड़ केसीसी प्रदान करने के लिए वित्त मंत्रालय और बैंकों को धन्यवाद दिया.

कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने जोर दे कर कहा कि यह कृषि और ग्रामीण क्षेत्र ही था, जिस ने कोरोना महामारी के दौरान भी अर्थव्यवस्था को चालू रखा.

जीएस (क्रेडिट) और सीईओ-पीएमएफबीवाई, रितेश चौहान ने पहल पर एक विस्तृत प्रस्तुति दी. उन्होंने बताया कि तकनीकी हस्तक्षेपों के कारण इस वर्ष प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (पीएमएफबीवाई) में रिकौर्ड नामांकन हुआ है.

इस अवसर पर कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी और शोभा करंदलाजे, कृषि सचिव मनोज आहूजा, डीएफएस सचिव विवेक जोशी, ओएसडी (क्रेडिट) अजीत कुमार साहू, सीईओ-पीएमएफबीवाई रितेश चौहान, नाबार्ड के अध्यक्ष शाजी केवी सहित संबद्ध विभागों व कृषि क्षेत्र के कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे.।

यह लौंच इवेंट भारत सरकार के कृषि के लिए नवाचार और कुशल सेवा वितरण के प्रति समर्पण का प्रतीक है, जिस का उद्देश्य किसानों की आय को बनाए रखना और दोगुना करना है. किसान ऋण पोर्टल (KRP), घरघर केसीसी अभियान और विंड्स मैनुअल जैसी पहल किसानों की समृद्धि, नवाचार, प्रौद्योगिकी के उपयोग और वस्तुनिष्ठ सेवा वितरण के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं. ये प्रयास पूरे देश में किसान समुदाय के लिए कृषि परिवर्तन और सतत आर्थिक विकास के लक्ष्य को आगे बढ़ाएंगे.

Farmingजाने क्या है किसान ऋण पोर्टल (केआरपी)

कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, वित्तीय सेवा विभाग (DFS), पशुपालन और डेरी विभाग (DAH&D), मत्स्य विभाग (DoF), रिजर्व बैंक (RBI) और नाबार्ड द्वारा सहयोगपूर्वक विकसित, KRP किसान क्रेडिट कार्ड के तहत ऋण सेवाओं तक पहुंच में क्रांति लाने के लिए तैयार है. यह किसानों को संशोधित ब्याज अनुदान योजना (एमआईएसएस ) के माध्यम से रियायती कृषि ऋण प्राप्त करने में भी सहायता करेगा.

कृषि ऋण पोर्टल (KRP) एक एकीकृत केंद्र के रूप में कार्य करता है, जो किसान डेटा, ऋण वितरण की विशिष्टताओं, ब्याज अनुदान के दावों और योजना उपयोग की प्रगति का व्यापक दृष्टिकोण प्रदान करता है. बैंकों के साथ सहज एकीकरण को बढ़ावा दे कर यह अग्रणी पोर्टल सक्रिय नीति हस्तक्षेप, रणनीतिक मार्गदर्शन और अधिक केंद्रित और कुशल कृषि ऋण और ब्याज अनुदान के इष्टतम उपयोग के लिए अनुकूलनीय संवर्द्धन को सक्षम बनाता है.

घरघर केसीसी अभियान

यह कार्यक्रम ‘घरघर केसीसी अभियान’ की शुरुआत का भी प्रतीक है, जो 1 अक्तूबर से 31 दिसंबर, 2023 तक आयोजित किया जाएगा. यह अभियान सार्वभौमिक वित्तीय समावेशन के लिए कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है. यह सुनिश्चित करता है कि प्रत्येक किसान के पास बिना किसी बाधा के क्रेडिट सुविधाओं तक पहुंच हो, जो उन की कृषि गतिविधियों को चलाती है.

कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने मौजूदा केसीसी खाताधारकों के डेटा को पीएम किसान डेटाबेस के साथ सावधानीपूर्वक सत्यापित किया है. उन खाताधारकों की पहचान की है, जो पीएम किसान डेटाबेस से मेल खाते हैं और जो पीएम किसान लाभार्थी होने के बावजूद केसीसी खाते नहीं रखते हैं. यह अभियान गैरकेसीसी खाताधारक पीएम किसान लाभार्थियों तक पहुंचने और पात्र पीएम किसान लाभार्थी किसानों के बीच केसीसी खातों की संतृप्ति को बढ़ावा देने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.

विंड्स मैनुअल का आरंभ

मौसम सूचना नेटवर्क डेटा सिस्टम (विंड्स ) पहल तालुक/ब्लौक और ग्राम पंचायत स्तर पर स्वचालित मौसम स्टेशन और वर्षामापी का नेटवर्क स्थापित करने के लिए एक अग्रणी प्रयास है.

यह पहल मौसम डेटा का एक मजबूत डेटाबेस बनाता है, जो विभिन्न कृषि सेवाओं का समर्थन करता है.

नई दिल्ली से लौंच किया गया यह व्यापक विंड्स मैनुअल हितधारकों को पोर्टल की कार्यक्षमताओं, डेटा व्याख्या और प्रभावी उपयोग की गहन समझ प्रदान करता है. यह राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को विंड्स प्लेटफार्म के साथ स्थापित करने और एकीकृत करने में मार्गदर्शन करता है, पारदर्शी और वस्तुनिष्ठ डेटा अवलोकन और संचरण को बढ़ावा देता है. साथ ही, यह बेहतर फसल प्रबंधन, संसाधन आवंटन और जोखिम शमन के लिए मौसम डेटा का लाभ उठाने के लिए व्यावहारिक अंतर्दृष्टि भी प्रदान करता है.

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