लखनऊ: उत्तर प्रदेश दिवस के अवसर पर 24 से 26 जनवरी, 2024 को आयोजित तीनदिवसीय कार्यक्रम के अंतर्गत द्वितीय दिवस में कृषि विभाग द्वारा किसानों को समर्पित कार्यक्रम का आयोजन प्रदेश सरकार के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही की अध्यक्षता में आयोजित किया गया.
इस कार्यक्रम में अपर मुख्य सचिव (कृषि), डा. देवेश चतुर्वेदी, सचिव कृषि, डा. राज शेखर, कृषि निदेशक डा. जितेंद्र कुमार तोमर के साथसाथ कृषि विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, कृषि वैज्ञानिक एवं भारी संख्या में प्रदेश के विभिन्न जनपदों से आए किसानों ने हिस्सा लिया.
इस अवसर पर आयोजित राज्य स्तरीय प्राकृतिक कृषि गोष्ठी में बोलते हुए कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि सरकार की सभी योजनाएं औनलाइन की जा चुकी हैं, पारदर्शी व्यवस्था के माध्यम से निचले पायदान तक सरकार द्वारा किसानों को लाभ पहुंचाया जा रहा है. सोलर पंप पर छूट बढ़ाते हुए 30,000 सोलर पंप लगाए जाने के लिए व्यवस्था की गई है.
प्राकृतिक खेती के लिए विभिन्न योजनाओं जैसे परंपरागत कृषि विकास योजना, बुंदेलखंड में प्राकृतिक खेती की योजना, नमामि गंगे जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से किसानों को सहायता दी जा रही है. प्राकृतिक उत्पादों की टेस्टिंग के लिए मंडल स्तर पर एवं कृषि विश्वविद्यालय में लैब स्थापना की जानकारी दी गई.
अपर मुख्य सचिव (कृषि) डा. देवेश चतुर्वेदी ने कृषि के डिजिटलीकरण के महत्व को देखते हुए सरकार द्वारा एग्री स्टैक, ई खसरा पड़ताल, फार्मर रजिस्ट्री एवं प्वाइंट औफ सेल मशीन के प्रयोग के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि निकट भविष्य में किसानों का डेटाबेस तैयार हो जाने के बाद किसानों को घर बैठे ही समस्त सुविधा एवं लाभ और तमाम तकनीकी जानकारी प्राप्त हो सकेगी.
प्राकृतिक खेती पर आयोजित संगोष्ठी में सब ट्रापिकल हार्टिकल्चर रिसर्च इंस्टीट्यूट, रहमान खेड़ा के वैज्ञानिक डा. सुशील कुमार शुक्ला, कृषि विज्ञान केंद्र, लखनऊ के हेड डा. अखिलेश कुमार दुबे एवं कृषि विभाग की विशेषज्ञ डा. आकांक्षा गुप्ता के द्वारा प्राकृतिक खेती के विषय में तकनीकी जानकारी प्रदान की गई. इस अवसर पर प्रदेश के विभिन्न जनपदों के 15 किसानों को सम्मानित किया गया.
अपर कृषि निदेशक, प्रसार, राजेंद्र कुमार सिंह द्वारा कार्यक्रम में प्रतिभाग करने वाले अतिथियों और अन्य समस्त को धन्यवाद ज्ञापित किया गया. कार्यक्रम का संचालन सहायक निदेशक संजेश कुमार श्रीवास्तव द्वारा किया गया.